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7th CPC Travelling Allowance Rules for Armed Forces Personnel: MoD Order via CGDA

Sub: Modification of the Provisions relating to travelling allowance entitlements of Armed Forces Personnel consequent to the recommendations of the 7th central pay commission and government Acceptance thereof
SUB: – MODIFICATION OF THE PROVISIONS RELATING TO TRAVELLING ALLOWANCE ENTITLEMENTS OF ARMED FORCES PERSONNEL CONSEQUENT TO THE RECOMMENDATIONS OF THE 7th CENTRAL PAY COMMISSION AND GOVERNMENT – ACCEPTANCE THEREOF
Sub:- MODIFICATION OF THE PROVISIONS RELATING TO TRAVELLING ALLOWANCE ENTITLEMENTS OF ARMED FORCES PERSONNEL CONSEQUENT TO THE RECOMMENDATIONS OF THE 7TH CENTRAL PAY COMMISSION AND GOVERNMENT – ACCEPTANCE THEREOF

(b) In case of road travel between places connected by rail, travel by any means of public transport is allowed provided the total fare does not exceed the train fare by the entitled class.

(c) All mileage points earned by service personnel on tickets purchased for official travel shall be utilized by the concerned department for other official travel by their officers. Any usage of these mileage points for purposes of private travel by an officer will attract departmental action. This is to ensure that the benefits out of official travel, which is funded by the Government, should accrue to the Government.

(d) In case of non-availability of seats in entitled class, service pers may travel in the class below their entitled class.

(C) Entitlement for Journey by Sea or by River Steamer – (Rule 58 and 107 of Travel Regulations, 2014 Edn)   (i) For places other than A&N Group of Islands and Lakshadweep Group of Island:-

(ii) At places where no specific rates have been prescribed either by the Directorate of Transport of the concerned State or of the neighboring States:

Note : At places where no specific rates have been prescribed, the rate per km will further rise by 25 percent whenever DA increases by 50 percent. E. (i) Daily Allowance on Tour – Rule 114 of Travel Regulations,(2014 Edn), The rates of Daily Allowance are revised as follows:-

(ii) Reimbursement of Hotel Charges: – For levels 8 and below, the amount of claim (up to the ceiling) may be paid without production of vouchers against self-certified claim only. The self-certified claim should clearly indicate the period of stay, name of dwelling, etc. Additionally, for stay in Class ‘X’ cities, the ceiling for all employees up to level 8 would be ‘ 1,000 per day, but it will only be in the form of reimbursement upon production of relevant vouchers. The ceiling for reimbursement of hotel charges will further rise by 25 percent whenever DA increases by 50 percent.

Absence from Headquarter will be reckoned from midnight to midnight and will be calculated on a per day basis.

The general conditions of admissibility of TA on transfer as laid down in Travel Regulations (2014 Edn) will, however, continue to be applicable.

Source: Click on image to view/download the PDF

7th-cpc-travelling-allowance-rules-defence-personnel

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Traffic Rules in Hindi

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  • Updated on  
  • जून 15, 2021

Traffic Rules in Hindi

ट्रैफिक रूल्स के बारे में वाहन चालक को हमेशा पता होना बहुत जरुरी है। भारत में सुरक्षित वाहन चलाने के लिए सरकार द्वारा कई नियम बनाए गए हैं , जिनका पालन करना बहुत आवश्यक है। आप अक्सर टेलेविज़न, अखबारों में सड़क दुर्घटना के बारे में देखते होंगे इन दुर्घटनाओं से बचने के लिए आपको ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी देते हैं। आज इस ब्लॉग में हम सड़क यातायात से जुड़े नियमो के बारे में बात करेंगे। भारत में वैसे इन नियमों की जानकरी बहुत काम लोगों के पास होती है लेकिन ड्राइविंग करने वाले लोगों के लिए ये रूल्स  के लिए महत्वपूर्ण है। तो आई जानते है Traffic Rules in Hindi के बारे में विस्तार पूर्वक।   

This Blog Includes:

मोटर व्हीकल एक्ट 2020, सड़क सुरक्षा नियम 2020, traffic rules in hindi :मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन, traffic rules in hindi :digilocker और mparivahan app, दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी, चालक और ट्रैफिक अधिकारी की जानकारी, ट्रैफिक लाइट और उनका अर्थ ,  traffic rules in hindi :प्रमुख यातायात संकेत और उनका अर्थ, traffic rules in hindi: सूचनात्मक संकेत.

अगर हर व्यक्ति यातायात नियम का पालन करने की ठान ले तो वो खुद को सुरक्षित रखने के साथ – साथ अन्य  यात्रा करने वाले भी सुरक्षित रहेंगे। इससे यात्रा सुगम एवं सुख पूर्वक होगी, कुछ ऐसे नियम है जिसका पालन करके सड़क यात्रा सुरक्षित बना सकते है  |Traffic Rules in Hindi में देखते है कुछ नियम जिसका पालन करना आवश्यक है।

नए traffic niyam kya hai 1 सितम्बर 2019 को लागू किया गया केंद्र सरकार द्वारा ट्रैफिक नियमो में बदलाव और चालान बड़ा दिया गया। सड़क दुर्घटना बढ़ने के कारण ट्रैफिक नियमो में बदलाव किया गया।

भारत सरकार के नए यातायात नियम न्यू मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम, 2019, जिसके अनुसार  Motor Vehicle Act 2020 के तहत गाड़ी बनाने वाली कंपनियों पर 500 करोड़ तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। जैसे सामान्य धारा-177 और नई  धारा -177 के तहत ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पहले 100 रुपए का चलान देना पड़ता  था  लेकिन अब राशि को बड़ा कर 500 रुपए कर  दिया गया हैं।

भारत में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने  यातायात नियम का उल्लंघन करना  अपराध की श्रेणी  में आता है | नए  कानून के तहत ड्राइविंग लाइसेंस के  नियमों का उल्लंघन करने पर  1 लाख रूपये का जुर्माना लगाया जायेगा ।सड़क पर तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने पर 1,000 से 2,000 रुपये तक का जुर्माना लगेगा। सड़क सुरक्षा नियम के तहत अगर कोई नाबालिक गाड़ी चलाता हुआ पकड़ा गया तो उसे 25 हज़ार रूपये तक का जुर्माना भरना होगा और साथ ही उसका  पंजीकरण रद्द कर दिया जायेगा और 25 साल की  उम्र तक लाइसेंस नहीं बन पायेगा ।

अब जो लोग ड्राइविंग करते समय मोबाइल पर बात करने वालो  ,ट्रैफिक जम्प करने वालो को  ,गलत दिशा में ड्राइव करने वालो को ,खतरनाक ड्राइविंग करने वालो को और बेवजह ट्रैफिक जाम करने वालो  भारी जुर्माना देना होगा ।

Check it: Free Online Courses with Certificates: ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्सेज

1989 मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन किया गया है। 1 अक्टूबर 2020 से लागू किया जाएगा। इन संशोधनों में कई  मुख्य बदलाव किए गए। हैं जैसे कि अब आपको दस्तावेजों को हर जगह ले जाने की जरूरत नहीं है। आप अपने सभी दस्तावेज तथा ड्राइविंग लाइसेंस की सॉफ्ट कॉपी अपने पास रख सकते हैं। यह फैसला डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए आरंभ की गई है। मोटर वाहन अधिनियम में कई और संशोधन किए गए हैं जिसमें से कुछ मुख्य संशोधनइस प्रकार हैं।

Traffic Rules in Hindi : नए मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत ई चालान

मोटर व्हीकल एक्ट 1989 के अंदर जुर्माना देने पर आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से  ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले  के लिए ई-चालान जारी किया जाएगा.|

Digilocker तथा m Parivahan के द्वारा गाड़ी संबंधित और  ड्राइविंग लाइसेंस संबंधित डाउनलोड दस्तावेजों मान्यता दी जाएगी  । साथ आप सभी दस्तावेज को डाउनलोड और स्टोर करके भी रख सकते हैं । .

नई ट्रैफिक रूल्स के अनुसार वाहन चालक को अपने सभी दस्तावेजों को मोबाइल पर स्टोर करना होगा।अगर ट्रैफिक पुलिस ड्राइविंग लाइसेंस या फिर अन्य दस्तावेज मांगती है तो वाहन चालक सॉफ्ट कॉपी दिखा सकता है।

अगर अब किसी भी ड्राइवर या वाहन का निरीक्षण किया जाता है तो उसका रिकॉर्ड भी अधिकारी यानी ट्रैफिक पुलिस के द्वारा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा ।

ट्रैफिक लाइट के निर्देशों का पालन करना बहुत आवश्यक है | अधिकतर व्यस्त चौराहे पर सिग्नल है | तो जानते है सिग्नल्स के बारे में : लाल रंग : यह आने वाले खतरे से आग़ा करती है | जब भी आप ये देखे इसका मतलब गाडी को रोकना है |  पीला रंग : इसका मतलब है आपको गाडी को रोकना  है या हरा सिग्नल होने की कुछ और देर प्रतीक्षा करनी है |   हरा रंग : इसका मतलब है की आप निर्बाध रूप से गाडी चला सकते है | 

Check it: 2021 के इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम

नीचे कुछ यातायात संकेत और उनका अर्थ दिया गया है | कई लोगो को ट्रैफिक सिग्नल्स की जानकारी नहीं होती इसके परिणाम स्वरुप दंड भरना पड़ता है नीचे कुछ महत्वपूर्ण  सिग्नल्स के बारे में बताया गया है |  

  • एक तरफा ट्रैफिक(one way) – इस जगह मे गलत लेन  मे वाहन चलाना  अपराध है। इसमें दोनों दिशा में वाहन चलाना वर्जित है इस एरिया मे कोई भी वाहन नहीं चलाया जा सकता। .
  • बाएँ हाथ में नहीं मुड़ना है (No Left Turn) – इस साइन का मतलब होता है की  बाएँ हाथ  मुड़े की अनुमति नहीं है
  •  दाएँ हाथ में नहीं मुड़ना है (No Right Turn) – इस साइन का मतलब होता है की आप दाएँ हाथ में न मुड़े। 
  • नो ओवरटेकिंग (No Overtaking) – इस साइन का मतलब होता है की आप किसी भी वाहन से आगे निकलने की कोशिश न करें।
  •  नो पार्किंग (No Parking) – इस छेत्र में  किसी को भी वाहन खड़े करने की अनुमति नही होती है।
  •   नो स्टॉपिंग (No Stopping) – इस चैत्र  मे किसी भी वाहन को चलते समय रुकने की अनुमति नही होती है।
  •  यू टर्न निषेध (U Turn Prohibited) – इस जगह पर वाहन  यू – टर्न प्रतिबंधित है । 
  • ट्रक वर्जित हैं (Truck Prohibited) – इस जगह पर ट्रक का चलना वर्जित होता है।
  •  साइकिल वर्जित हैं (Cycle Prohibited) – इस जगह पर साइकिल जैसे वाहन का आना प्रतिबंधित  होता है।
  •  पैदल चलने वाले व्यक्ति वर्जित हैं (Pedestrians Prohibited) – इस चैत्र  पर पैदल चलना निषेध है। 
  • सभी मोटर वाहन वर्जित हैं (All vehicles Prohibited) – इसका अर्थ यह होता है कि इस जगह पर किसी भी तरह के मोटर वाहन का आना मना हैं।

कुछ सूचनात्मक साकेत भी होते है| पहला  चित्र पेट्रोल पंप के बारे में बताता है अगर आप पेट्रोल भराना चाहते है तो भरा सकते है  ,दूसरा चित्र बता रहा है की यहाँ पार्किंग उपलब्ध है आप चाहिए तो गाडी खड़ी कर सकते है  और तीसरा बता रहा है की यहाँ सार्वजानिक फ़ोन सुविधा उपलब्ध आवकश्यता होने पर यहाँ वो फ़ोन की सुविधा है |चौथा चित्र बता रहा है  यहाँ एक औषधालय है, जो चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर सकता है। आवश्यकता होने पर यहाँ से चिकित्सा सेवा के लिए यहाँ रुकें। यहा चिन्ह दर्शाता है कि किस दिशा में साइकिल के लिए रास्ता उपलब्ध  है। 

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आशा करते हैं कि आपको Traffic Rules in Hindi का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो जितना हो सके अपने मित्रों और बाकी सब को शेयर करें। हमारे Leverage Edu मैं आपको इसी प्रकार के कहीं सारे ब्लॉग मिलेंगे जिसे पढ़कर आप कहीं सारी जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे। अगर आपको किसी भी विषय में जानकारी चाहिए होगी तो हमारे विशेषज्ञों आपकी जरूर मदद करेंगे।

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भारत में यातायात के नियम, चिन्ह, अर्थ India’s Traffic Rules Signs with meaning in Hindi

आज के इस लेख में हमने भारत में यातायात के नियम, चिन्ह, अर्थ सहित India’s Traffic Rules Signs with meaning in Hindi हिन्दी में लिखा है। इसमें हमने Traffic sign name हिन्दी में दिया है चित्र सहित। इनकी मदद से आप अपने Learner License के परीक्षा भी पास कर सकते हैं।

Table of Content

भारत में यातायात के नियम Traffic rules in India

हमारे देश में यातायात के अनेक नियम है जिनको सड़क दुर्घटना से बचने के लिए बनाया गया है। यदि सभी लोग यातायात के नियमों का पालन करें तो सुरक्षित एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकते हैं।

इस लेख में हम आपको भारत के यातायात के प्रमुख नियम और चिन्ह का मतलब बताएंगे। यातायात के नियमों का पालन करना बहुत आवश्यक होता है। जो लोग इसका पालन नहीं करते वे दुर्घटना (एक्सीडेंट) के शिकार हो जाते हैं और कई बार तो अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।

आईये जनाते हैं – वो कौन से महत्वपूर्ण ट्रैफिक साइन या चित्र है (Traffic rules)जिनका नियम अनुसार पालन करना बहुत ज़रूरी होता है। LL (Learner’s License) और DL (Driving License) प्राप्त करने से पहले इन चिन्ह का ज्ञान होना आवश्यक होता है।

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महत्वपूर्ण ट्रैफिक साइन चित्र सहित Traffic Sign Name List with Hindi Meaning and Image (for LL and DL Tests in India)

भारत में यातायात के प्रमुख नियम  Rules of Traffic in India

1. वन वे (One Way)

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

इस नियम का अर्थ है कि आप एक ही दिशा में गाड़ी चला सकते हैं। ध्यान रखना चाहिए कि आप सही दिशा में गाड़ी चलाएं। भारत में हमेशा बायी तरफ गाड़ी चलाई जाती है, जबकि यूरोप और पश्चिमी देशों में दाईं तरफ गाड़ी चलाई जाती है।

One Way नियम के अनुसार गाड़ी को मोड़ नहीं सकते हैं। इसे सीधा ही चलाते रहते हैं जब तक कि कोई मोड़ ना आ जाए। वन वे पर गाड़ी चलाते समय दूसरे वाहनों से कुछ फासला बनाए रखना चाहिए।

पढ़ें : सड़क सुरक्षा पर नारे

2. पार्किंग का ध्यान रखें Take Care of Parking

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

हमेशा अपने वाहन की पार्किंग दूसरे वाहनों से कुछ दूरी पर करनी चाहिए, जिससे उन्हें कोई दिक्कत ना हो। सही स्थान पर ही पार्किंग करनी चाहिए। सड़क के बीचो-बीच या किसी चौराहे पर पार्किंग नहीं करनी चाहिए। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो जाती है। खाली स्थान पर ही पार्किंग करनी चाहिए।

3. ओवरटेक ना करें Don’t Overtake

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

बहुत से लोग वाहन चलाते समय दूसरे वाहनों को ओवरटेक करते हैं। ऐसा करना काफी खतरनाक होता है और इसमें कई बार एक्सीडेंट हो जाते हैं। बहुत से लोग सड़कों पर दूसरे वाहनों से प्रतिस्पर्धा करने लग जाते हैं और वाहन को तेज रफ्तार में दौड़ाते हुए ओवरटेक करते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। कभी भी ओवरटेक तेज रफ्तार में नहीं करना चाहिए। धीरे रफ्तार में करना चाहिए जब वाहनों के बीच उचित दूरी हो।

4. अधिक देर तक हॉर्न न बजाये Don’t use horn too much

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

भारत में बहुत से लोग सड़कों पर तेज आवाज में लगातार हॉर्न बजाते रहते हैं जिससे बहुत शोर शराबा होता है और लोगों को परेशानी भी होती है। यदि हॉर्न बजाना है तो एक या दो बार बजा दे। लगातार ना बजाते रहे। इस से ध्वनि प्रदूषण होता है।

5. यू टर्न न लें  Don’t take U Turn  

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

बहुत से लोग सड़कों पर एक ही दिशा में चलते हुये अचानक से यू टर्न ले लेते हैं। पर इस तरह से वाहन चलाना खतरनाक होता है। इससे दुर्घटना हो सकती है। जिस जगह U Turn Prohibited का बोर्ड लगा है, वहां पर यू-टर्न नहीं लेना चाहिए। यू टर्न लेने के लिए किसी चौराहे या अंडर पास का इस्तेमाल करना चाहिए।

6. अपनी लेन में रहें Don’t change Lanes

सड़क पर वाहन चलाते हुए हमेशा अपने लेन में रहना चाहिए। एक ही लेन में वाहन चलाना चाहिए। बार-बार लेन नहीं बदलनी चाहिए। इससे पीछे से आ रहे वाहन समझ नहीं पाते हैं कि आप किस दिशा में मुड़ने वाले हैं। जो लोग एक ही लेन में गाड़ी चलाते हैं वे सुरक्षित रहते हैं। किसी प्रकार की कोई दुर्घटना नहीं होती है।

7. हाथ सिग्नल

वाहन चलाते हुए आप हाथ से दाएं या बाएं मुड़ने का संकेत कर सकते हैं। पीछे से आ रहे वाहनों को आगे निकल जाने का संकेत कर सकते हैं। यह वाहन चलाने का एक सुरक्षित उपाय है।

8. नो एंट्री No Entry

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

नो एंट्री का अर्थ है कि उस दिशा में आप वाहन लेकर प्रवेश नहीं कर सकते। नो एंट्री का साइन बोर्ड तब लगाते हैं जब कोई दुर्घटना हो गई हो या सड़क बन रही हो या कोई और कारण हो। कभी भी नो एंट्री में जबरदस्ती नहीं प्रवेश करना चाहिए। इससे आप अपना जीवन खतरे में डाल रहे हैं।  

यातायात के कुछ अन्य चिन्ह व नियम Some Other Traffic rules Signs and Rules

1. स्पीड लिमिट (speed limit).

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

आप लोगों ने बहुत सी जगह Speed Restriction साइन देखी होगी जैसे Speed Limit 45 Km/hr जहां पर भी आपको इस तरह के साइन दिखाई दे आप उतनी ही स्पीड के अनुसार अपनी गाड़ी चलाएं। उससे अधिक ना करें।

2. हाथ के संकेत (Hand Signals and Indicators)

बाई तरफ मुड़ते हुए आप बाएं हाथ से इशारा कर सकते हैं। इसके अलावा अपने वाहन का left Indicator भी जला सकते हैं। इससे पीछे वाले वाहनों को पता चल जाएगा कि आप किस दिशा में मुड़ने वाले हैं। ठीक इसी तरह दाएं तरफ जाने के लिए दाएं हाथ का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने वाहन में Right Indicator का प्रयोग कर सकते हैं।

3. वाहन पार्किंग एरिया में ही खड़ा करना चाहिए Parking and No Parking Zone

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

बहुत से लोग अपने वाहनों को सड़क के किनारे या किसी भी जगह खड़ा कर देते हैं जो कि बिल्कुल गलत है। आपको अपने वाहनों को हमेशा पार्किंग एरिया में खड़ा करना चाहिए। दूसरे वाहनों से थोड़ी दूरी बनाकर खड़ा करना चाहिए।

4. ट्राफिक लेन नियम (Traffic Lane rules)

हाईवे या दूसरी सड़कों पर तीन से चार लेन होती हैं। सड़क पर चलते हुए हमेशा एक ही लेन में चलना चाहिए। बार-बार अपनी लेन नहीं बदलना चाहिए। इससे दुर्घटना होने की संभावना बहुत अधिक हो जाती है। लेन बदलते समय दाएं और बाएं इंडिकेटर का प्रयोग करना चाहिए। इससे पीछे वालों वाहनों को पता चल सके कि आप लेन बदलने वाले हैं।

लाल, हरी, और पीली ट्रैफिक लाइट का अर्थ Red, Green and Yellow Traffic rules Light meaning in Hindi

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

1. लाल लाइट (Red Light Signal)

रेड लाइट का अर्थ है रुक जाना। जब भी यह आपको यह दिखाई दे तो आपको तुरंत ही रुक जाना है। ध्यान रहे कि आपको जेबरा क्रॉसिंग पर नहीं रुकना है क्योंकि जेबरा क्रॉसिंग का इस्तेमाल पैदल यात्री करते हैं

2. हरी लाइट सिग्नल (Green Light Signal)

आपको हरी लाइट दिखाई दे तो इसका अर्थ है कि आप जा सकते हैं। जिस दिशा में आप जा रहे थे, वहां जा सकते हैं। वाहन को आगे बढ़ाते समय पैदल चलने वालों पर ध्यान देना चाहिए जिससे उन्हें ठोकर ना लग जाए।

3. पीली लाइट सिग्नल  (Yellow Light Signal)

सर्किल पर जब आपको पीली लाइट दिखाई दे तो इसका अर्थ है कि आप जल्दी से अपना वाहन आगे बढ़ा लें। जल्द ही यह रेड लाइट हो जाएगी।

भारत में यातायात के प्रमुख चिन्ह Main Traffic Signs in India

1. नो एंट्री (no entry).

No Entry Traffic Sign, भारत में यातायात के नियम, चिन्ह, अर्थ India’s Traffic Rules Signs with meaning in Hindi

इस चिन्ह का अर्थ है कि मार्ग में प्रवेश करना मना है। नो एंट्री का सीधा मतलब है प्रवेश निषेध।

2. एक तरफा (One Way Traffic)

एक तरफा ट्राफिक का अर्थ है कि एक ही दिशा में वाहन चला सकते हैं। उसे मोड़ नहीं सकते हैं या वापिस नही आ सकते है।

2. दोनों दिशाओं में प्रवेश निषेध (Vehicles prohibited in both directions)

इस चिन्ह का अर्थ है कि मार्ग में किसी भी दिशा से प्रवेश नहीं कर सकते हैं।

3. बाएं हाथ पर मुड़ना मना है (No Left turn)

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

इस चिन्ह का अर्थ है कि बायी तरफ मुड़ना मना है।

4. दाएं हाथ पर मुड़ना मना है (No Right Turn)

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

इस चिन्ह का अर्थ है कि दायी तरफ मुड़ना मना है।

5. ओवरटेक करना मना है (No Overtaking)

इस चिन्ह का अर्थ है कि आप दूसरे वाहन को ओवरटेक नहीं कर सकते हैं।

6. नो पार्किंग चिन्ह (No Parking)

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

यह चिन्ह आपने जरूर देखा होगा। इस चिन्ह का अर्थ है यहां पर वाहन खड़ा करना मना है। यहां पर पार्किंग नहीं कर सकते हैं।  

7. नो स्टॉपिंग (No Stopping)

भारत में यातायात के नियम और चिन्ह India’s Traffic Rules Signs and it’s meaning in Hindi

इस चिन्ह का अर्थ है कि वाहन को खड़ा करना मना है।

8. यूटर्न निषेध (U Turn Prohibited)

इस चिन्ह का अर्थ है कि आप वाहन को मोड नहीं सकते हैं। जिस दिशा में आप जा रहे हैं उसी दिशा में चलते रहिए।

9. ट्रक वर्जित (Truck Prohibited)

इस चिन्ह का अर्थ है कि आप उस मार्ग में ट्रक नहीं चला सकते हैं।

10. साईकिल वर्जित (Cycle Prohibited)

इस चिन्ह का अर्थ है कि आप उस मार्ग में साईकिल नहीं चला सकते हैं।

11. बैल गाडी और हाथ गाडी वर्जित (Bullock Cart, Hand Car Prohibited)

इस चिन्ह का अर्थ है कि आप उस मार्ग में बैल गाडी और हाथ गाडी नहीं चला सकते हैं।

12. पैदल चलना मना है (Pedestrians Prohibited)

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इस चिन्ह का अर्थ है कि वहां पर पैदल चलना मना है।

13. सभी वाहन प्रतिबंधित  (All Vehicles Prohibited )

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इस चिन्ह का अर्थ है कि मार्ग में किसी भी प्रकार के वाहनों का प्रवेश वर्जित है। कोई भी वाहन नहीं चला सकते हैं।

14. हार्न बजाना मना है Horns Prohibited

इस चिन्ह का अर्थ है कि आप उस क्षेत्र में हॉर्न नहीं बजा सकते। यह चिन्ह अक्सर वीआईपी क्षेत्रों किसी बड़े नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के आवास के आसपास लगा होता है। हॉर्न बजाने पर आप पर जुर्माना भी हो सकता है।

15. हाई लिमिट Speed Limit

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यह बताता है कि वाहन को किस गति पर चलाना है। सभी लोगों को हाई लिमिट चिन्ह का पालन करना चाहिए। उस में बताई गई गति के अनुसार ही वाहन चलाना चाहिए।

16. पशु चिन्ह Animals Signs

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यह चिन्ह दर्शाता है कि इस मार्ग पर कुछ पशु मिल सकते हैं। इसलिए वाहन को धीमा कर ले और सावधानी से चलाएं।

17. साइकिल क्रॉसिंग Cycle Crossing

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यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे साइकिल क्रॉसिंग है जिस पर साइकिल चलाने वाले निकलते हैं। इसलिए वाहन को धीमा कर ले।

18. चट्टानों का गिरना Falling Rocks

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यह चिन्ह दर्शाता है कि क्षेत्र में चट्टाने गिरती रहती हैं। इसलिए सावधानी पूर्वक वाहन चलाएं।

19. नौका चिन्ह Boat or Ferry Sign

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यह चिन्ह वाहन चलाने वालों को आने वाली नदी के बारे में बताता है। नदी में नौका हो सकती हैं, इसलिए वाहन को सावधानीपूर्वक चलाएं और गति धीमी रखें।

20. हेयर पिन टर्न (Hairpin Turn)

यह चिन्ह दिखाता है कि आगे से मोड़ हेयर पिन के आकार का है। यह दाएं तरफ भी हो सकता है और बाएं तरफ भी। Hairpin Turn दो प्रकार का होता है- Left Hairpin Turn और Right Hairpin Turn

21. हैंड कर्व (Hand Curve)

यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे से रास्ता घूमा हुआ है।  Hand Curve दो प्रकार का होता है- Left Hand Curve और Right Hand Curve

22. खुली बजरी चिन्ह Loose Gravel Sign

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इस चिन्ह का अर्थ है कि उस मार्ग में तेज गति से आने वाले वाहन बजरी (सड़क पर पायी जाने वाली गिट्टी और छोटे पत्थर) को बाहर की तरफ फेकते हैं इसलिए वाहन की गति धीमी रखनी चाहिए।

23. काम प्रगति पर है (Men at work sign)

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इस चिन्ह का अर्थ है कि आगे सड़क की मरम्मत हो रही है। मजदूर / कामगार सड़क बना रहे हैं। इसलिए गति धीमी रखें और सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं। तेज रफ्तार में वाहन ना चलाएं।

24. पुल संकरा है (Narrow Bridge sign)

इस चिन्ह का अर्थ है कि जिस पुल पर आप वाहन चला रहे हैं वह आगे सकरा (पतला) होने वाला है इसलिए गति धीमी रखें।

25. सड़क संकरी है (Narrow Road sign)

इस चिन्ह का अर्थ है कि जिस सड़क पर आप वाहन चला रहे हैं वह आगे सकरी (पतली) होने वाली है इसलिए गति धीमी रखें।

26. पैदल यात्री क्रासिंग (Pedestrian Crossing sign)

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यह चिन्ह जेबरा क्रॉसिंग से पहले लगाया जाता है। इसका अर्थ है गति धीरे कर लें। आगे पैदल यात्री क्रॉसिंग है। पैदल चलने वाले यात्री सुरक्षित सड़क पार कर सके उसके लिए यह चिन्ह लगाया जाता है।

27. रिवर्स कर्व Reverse Curve sign

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यह चिन्ह दर्शाता है कि मार्ग में बदलाव हुआ है। Reverse Curve sign दो प्रकार का होता है- Left Reverse Curve sign और Right Reverse Curve sign यह चिन्ह जिस दिशा में संकेत करें उधर वाहन को धीमी गति में मोड़ना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।

28. सड़क मार्ग Road Area Sign

यह चिन्ह वहां लगा होता है जहां सड़क अचानक से चौड़ी हो जाती है और अधिक यातायात आने का खतरा बढ़ जाता है। इस चिह्न से वाहन चलाने वाले समझ जाते हैं कि आगे अचानक से दूसरी दिशा से वाहन आ सकता है इसलिए गाड़ी धीरे चलाएं।

29. स्कूल चिन्ह School Ahead signs

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यह चिन्ह स्कूल आने से पहले सड़क के किनारे लगा होता है जिससे वाहन चलाने वालों को पता चल सके कि आगे स्कूल है, इसलिए गति धीमी रखें।

30. फिसलन भरी सड़क Slippery Road signs

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यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे सड़क पर फिसलन है। इसलिए वाहन धीमी रफ्तार में चलाएं। सावधानीपूर्वक चलाएं।

31. खड़ी चढ़ाई चिन्ह Steep Ascent

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यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे खड़ी चढ़ाई है। इसलिए वाहन सावधानी पूर्वक और धीमी रफ्तार में चलाएं।

32. ढलान चिन्ह Steep Descent

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यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे ढलान है। गाड़ी धीरे धीरे चलाएं।

Click below to Download all Traffic Rules Signs in English PDF – More than 220+ Traffic Signs in India

Download all [Traffic Rule in India Signs]

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नमस्कार रीडर्स, मैं बिजय कुमार, 1Hindi का फाउंडर हूँ। मैं एक प्रोफेशनल Blogger हूँ। मैं अपने इस Hindi Website पर Motivational, Self Development और Online Technology, Health से जुड़े अपने Knowledge को Share करता हूँ।

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12 Comments

good but we need more sings and some questions also

Thank you for learning

That is helpful for new drawing

Mera sabhi deshvashiyon ko ye anurodh hai ki sabhi traffic ke niymo ka palan karen thanks

Sabhi logo se vinamra nivedan hai ki traffic niyamo Ka palan Karen dhanyvad

Kindly tell me if i am pass road when blinking yellow light. & then show red light, i am stop in mid of four way. will cut my challan

Bhoot achi baat

अच्छा लगा पढ़कर ।ष

Mast traffic is good

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  • Hindi English Names
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  • Hindi Read Duniya – Dictionary

यातायात के नियम सांकेतिक चिन्ह | Traffic Rules Signs and Symbols Meaning in India in Hindi

  • by Rohit Soni
  • Education , Hindi English Names
  • 14 min read

यातायात के नियम सांकेतिक चिन्ह, ट्रैफिक रूल्स चार्ट इन हिंदी, Traffic Rules Signs and Symbols Meaning in India in Hindi (yatayat ke niyam)

सड़क पर चलने वाले सभी लोगों को सड़क पर लगे यातायात के चिन्ह यानी Traffic Rules in Hindi and Road Signs के बारे में जरूर पता होना चाहिए। क्योंकि इससे खुद को और दूसरों को भी सड़क दुर्घटनाओं से बचाया जा सकता है। इस लेख में हमने करीब 100 से अधिक यातायात के नियम सांकेतिक चिन्ह (100 Traffic Rules and Road Signs in Hindi) के बारे में जानकारी शेयर की है। जिससे आपको काफी मदद मिलेगी यदि आप एक ड्राइवर है या फिर गाड़ी चलाना सीखने वाले हैं।

Indian Government ने Road Safety के लिए बहुत सारे यातायात के नियम बनाये हैं। जिनका पालन करते हुए हम वाहन चलाते है, तो सड़क दुर्घटना होने की सम्भावना नहीं रहती है। लेकिन यदि हम इन Traffic Rules का उल्लघन करते है, तो ऐसी स्थित में सड़क दुर्घटना होने की सम्भावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है।

सुरक्षा ना केवल एक नारा, बल्कि है यह जीवन की एक धारा Safety in not just a slogan, it’s a way of life

यह भी जानें –

  • 100 Animals Name in Hindi to English
  • All Vehicles Name List (सभी गाड़ियो के नाम)

Table of Contents

सड़क चिन्ह कितने प्रकार के होते हैं? (Road Sign kitne prakar Ke hote hain)

सड़क पर लगे यातायात के चिन्ह यानी Road Signs मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं: पहले वे जो आदेश देते हैं, दूसरे वे जो संकेत या चेतावनी देते हैं। और तीसरे वे चिन्ह जो सूचना प्रदान करते हैं। सभी चिन्ह अलग-अलग रंग व आकार के होते हैं जैसे गोलाकार चिन्ह आदेशात्मक होते हैं, त्रिकोणीय चिन्ह चेतावनी देते हैं तथा आयताकार चिन्ह सूचना प्रदान करते हैं।

आदेशात्मक सड़क चिन्ह – Mandatory Road Signs

आदेशात्मक सड़क चिन्ह गोलाकार व लाल रंग के होते हैं। ये ऐसे Road Signs हैं जिनका पालन करना अत्यंत जरूरी होता है। अगर इन Road Signs को अनदेखा किया जाए तो इसका परणाम खतरनाक होता है। इसलिए इन चिन्हों को आदेशात्मक सड़क चिन्ह (Mandatory Road Signs) कहा जाता है।

यातायात के नियम सांकेतिक चिन्ह | Traffic Rules Signs and Symbols Meaning in India in Hindi, आदेशात्मक सड़क चिन्ह – Mandatory Road Signs

सचेतक सड़क चिन्ह – Cautionary Road Signs

इस प्रकार के चिन्ह वाहन चालक को आगे की सड़क और खतरों के बारे में चेतावनी देने के लिए होते हैं। अपनी सुरक्षा के लिए सभी ड्राइवर को इनका पालन करना चाहिए। क्योंकि एक कहावत है कि “Safety in not just a slogan, it’s a way of life” सचेतक सड़क चिन्ह (Cautionary Road Signs) का उल्लंघन करने पर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की जाती है, किंतु इन चिन्हों को अनदेखा करने पर बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं। सचेतक सड़क चिन्ह (Cautionary Road Signs) त्रिकोणीय आकृति में व लाल किनारे वाले होते हैं।

सचेतक सड़क चिन्ह – Cautionary Road Signs in hindi english

सूचनात्मक सड़क चिन्ह – Informatory Road Signs

सूचनात्मक सड़क चिन्ह (Informatory Road Signs) सड़क पर चलने वालों को दिशा, गंतव्य, स्थान, और सड़क के किनारे पर सुविधाओं आदि की जानकारी देते हैं। इन चिन्हों के उपयोग करके ड्राइवर अपने कीमती समय को बचाता है और अपने गंतव्य पर आसानी से पहुँच जाता है। सामान्य तौर पर यह चिन्ह हरे व नीले रंग के होते हैं।

सूचनात्मक सड़क चिन्ह – Informatory Road Signs in hindi and english

यातायात के नियम सांकेतिक चिन्ह – Traffic Rules Signs and Symbols Meaning in India in Hindi

आदेशात्मक सड़क चिन्ह और उनके अर्थ – mandatory road signs.

Can You Identify These Traffic Signs?

सचेतक सड़क चिन्ह और उनके अर्थ – Cautionary Road Signs

सूचनात्मक सड़क चिन्ह और उनके अर्थ – informatory road signs, सड़क दुर्घटनाओं के सामान्य कारण क्या है.

  • वाहन को बहुत तेज गति से चलाना हादसों को बढ़ावा देता है।
  • नशा करके गाड़ी चलाना दुर्घटनाओं का अधिकतर कारण बनता है।
  • ड्राइवर का ध्यान बंटाने वाली चीजें जैसे मोबाइल फोन, रेडियो, यात्री।
  • ट्राफिक रूल को फॉलो न करना।
  • सीट बेल्ट और हेलमेट आदि को नज़रअंदाज़ करना।
  • सही लेन में गाड़ी चलाने के नियम का पालन न करना और गलत तरीके से ओवरटेकिंग करना।

जानिए फोन पे से Accident insurance कैसे करते हैं?

Traffic symbols PDF in Hindi Download

यह लेख यातायात के नियम और सांकेतिक चिन्ह (100 Traffic Rules and Road Signs in Hindi) के बारे में था। जिसकी जानकारी होने से आपकी और सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों की सेफ्टी बढ़ जाती है। अतः Road Safety Rules के बारे में जानना बेहद जरूरी है। और इसे अन्य लोगों के साथ भी शेयर करें ताकि सभी को इसके बारे जानकारी मिल सके धन्यवाद!

यह भी जानें

टॉप 50 मुस्लिम लड़की के नाम | मुस्लिम बेबी गर्ल नाम लिस्ट

FAQ yatayat ke niyam

सड़क सुरक्षा की आवश्यकता क्यों है.

सड़क हादसों और चोट के मामलों की संख्या को कम करने के लिए सड़क सुरक्षा बहुत जरुरी है। इसलिये, सभी को सख्ती से सड़क यातायात लाईटों के सभी नियमों, नियंत्रकों और रोड पर लगे चिन्हों का अनुसरण करना चाहिये।

ओवरटेकिंग निषेध के लिए सही रोड साइन क्या है?

No overtaking

ओवरटेक करना मना है (No  Overtaking ) इस चिन्ह का अर्थ है कि आप दूसरे वाहन को ओवरटेक नहीं कर सकते हैं। ओवरटेकिंग निषेध के लिए सही रोड साइन ये है।

ट्रैफिक लाइट कौन कौन से रंग की होती है उनका क्या क्या संकेत होता है?

ट्रैफिक लाइट तीन रंग की होती है। जिसमें से लाल रंग होने पर आप गाड़ी रोक देते है, पीला होने पर आप चलने के लिए तैयार हो जाते हैं, और हरा होते ही आप चल देते है।

यातायात के 10 नियम

1. एम्बुलेंस को पहले रास्ता दे। 2. बहुत ज्यादा और लगातार हॉर्न का उपयोग न करें। 3. गति सीमा में चलना (Follow Speed Control) 4. चौराहे, यु-टर्न, भीड़भाड़ वाले इलाको में गाड़ी धीमी गति से ही चलाये 5. यातायात सिग्नल को फालो करना (Follow Traffic Signal) 6. ओवरटेक से बचे (Avoid Overtake the vehicle) 7. सीट बेल्ट, हेलमेट का उपयोग जरुर करें, ये सभी चीजे हमारी सुरक्षा के लिए ही होते हैं। 8. वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करें। 9. पैदल चलने वाले व्यक्तियों के लिए जेबरा क्रॉसिंग पर थोड़े समय इंतजार करें ताकि वे अपने पैदल यात्रा को सुरक्षित रूप से पूरा कर सकें। 10. वाहन चलाते समय वाहन चालक को किसी भी प्रकार का नशा जैसे: शराब, सिगरेट, बीड़ी आदि नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से आप खुद को एवं अन्य वाहन चालक को दुर्घटनाग्रस्त कर सकते हैं।

Rohit Soni

Hello friends मेरा नाम रोहित सोनी (Rohit Soni) है। मैं मध्य प्रदेश के सीधी जिला का रहने वाला हूँ। मैंने Computer Science से ग्रेजुएशन किया है। मुझे लिखना पसंद है इसलिए मैं पिछले 5 वर्षों से लेखन का कार्य कर रहा हूँ। और अब मैं Hindi Read Duniya और कई अन्य Website का Admin and Author हूँ। Hindi Read Duniya   पर हम उपयोगी , ज्ञानवर्धक और मनोरंजक जानकारी हिंदी में  शेयर करने का प्रयास करते हैं। इस website को बनाने का एक ही मकसद है की लोगों को अपनी हिंदी भाषा में सही और सटीक जानकारी  मिल सके। View Author posts

4 thoughts on “यातायात के नियम सांकेतिक चिन्ह | Traffic Rules Signs and Symbols Meaning in India in Hindi”

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मुझे ट्रैफिक रूल्स का पुरी जानकारी प्रदान करें डारयविंग से रिलेटेड सभी जानकारी और प्रश्नों का हल सहित प्रशन चाहिए, ट्रैफिक चिन्ह संकेत के डायविंग से जुड़ी सभी नियम कायदे का टिप्पणी चाहिए

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Traffic Rules in Hindi (भारत में यातायात के महत्वपूर्ण नियम)

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Reported by Dhruv Gotra

Published on 20 April 2024

नमस्कार दोस्तों, दोस्तों आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको भारत में बनें यातायात से संबंधित महत्वपूर्ण नियम के बारे में बताने जा रहे हैं। दोस्तों जैसा की आपको पता है की जब हम एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए सड़क मार्ग का उपयोग करते हैं तो हमें Traffic Rules के नियमों का पालन करना होता है। ट्रैफिक नियम का पालन करने से आप सड़क दुर्घटना से और पुलिस द्वारा लगाए गए जुर्माने से बच सकते हैं।ये तो आप सब जानते हैं की यातायात नियमों का पालन ना करने पर आपके साथ कोई सड़क दुर्घटना हो सकती है या ट्रैफिक पुलिस के द्वारा आप पर फाइन लगाया जाता है या आपको जेल भी जाना पड़ सकता है।

Traffic Rules in Hindi (भारत में यातायात के महत्वपूर्ण नियम)

यहां आपसे हम यही अनुरोध करना चाहेंगे की आप जब भी सड़क मार्ग से यात्रा करें तो कृपया करके ट्रैफिक नियमों का पालन जरूर करें यह आपके और अन्य सह यात्रियों सभी की सुरक्षित यात्रा हेतु बहुत उपयोगी है।दोस्तों चलिए आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं यातायात संबंधी इन सभी नियमों के बारे में।

यह भी पढ़े :- ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बनवाएं | DL ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म

भारत में यातायात से संबंधित कुछ जरूरी बेसिक नियम :-

दोस्तों आप जब भी यात्रा करें तो यहां पर बताये जा रहे यातायात संबंधित इन बेसिक Traffic Rule नियमों का पालन जरूर करें वैसे तो हमें इन नियम जरूर फॉलो करने चाहिए लेकिन कई बार कुछ लोग इन नियमों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं जिसके कारण कई बार लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। यह सामान्य ट्रैफिक नियम इस प्रकार से हैं –

  • फॉर व्हील वाहन चलाते हुए सीट बेल्ट जरूर पहनें :- दोस्तों जैसा की आपको पता है की जब भी आप कार या कोई फॉर व्हील वाहन चलाते हैं तो आपको ड्राइव करते हुए आपको अकेले या अपने सह यात्रियों हमेशा सीट बेल्ट पहनना जरूरी होता है। यदि आप सीट बेल्ट नहीं पहनते हैं तो दुर्घटना होने की स्थिति में बुरी तरह से घायल हो सकते हैं या पुलिस के द्वारा पकड़े जाने पर आप पर 1,000/- रूपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। जुर्माने की राशि राज्य या शहर के हिसाब से अलग – अलग हो सकती है।
  • टू व्हीलर चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें :- दोस्तों जब भी आप स्कूटर , स्कूटी या बाइक संबंधी कोई टू व्हीलर संबंधी कोई वाहन चलाते हैं तो आप हेलमेट पहनना जरूरी होता है। हेलमेट न पहनने की स्थिति में आप पर पुलिस द्वारा जुर्माना लगाया जा सकता है या यदि कोई दुर्घटना होती है तो आप गंभीर रूप से घायल भी हो सकते हैं। हेलमेट पहनना आपके और सहयात्री दोनों की जीवन सुरक्षा के बहुत ही उपयोगी है। यहाँ हम आपको यह बता दें की यदि आप उत्तराखंड राज्य में हैं और आप टू व्हीलर चलाते हैं तो हेलमेट ना पहनने पर पुलिस के द्वारा आप पर 1,000/- रूपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • वाहन ड्राइव करते समय फ़ोन बार बात ना करें :- दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा की लोग कार , बाइक या अन्य कोई वाहन चलाये समय फ़ोन आने पर वाहन चलाते हुए फ़ोन पर बात करने लग जाते हैं। जबकि यह गलत और दुर्घटना को आमंत्रण देने जैसा है। आपसे हम यहीं कहेंगे की ड्राइव करते समय हो सके तो फ़ोन को साइलेंट मोड पर डाल दें। यदि ऐसा नहीं कर सकते फ़ोन आने पर फ़ोन उठाना जरूरी है तो वाहन को कृपया सड़क किनारे खड़ा कर तब फ़ोन पर बात करें। यह आप और दूसरों की जान के लिए अच्छा रहेगा नहीं तो वाहन चलाते समय ध्यान भटकने पर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।
  • ओवरस्पीड में गाड़ी ना चलाएं :- वैसे तो आप जानते ही हैं की ओवरस्पीड में वाहन चलना कितना खतरनाक हो सकता है। तेज स्पीड में वाहन चलाना ट्रैफिक नियमों का उललंघन है। जिसके लिए आप पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। वैसे सामान्य तौर पर ओवरस्पीड से गाड़ी चलाने पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा 1,000/- रूपये या 2,000/- रूपये तक फाइन लगाया जाता है।
  • ट्रैफिक सिग्नल को जंप करना : – दोस्तों यदि आप तेज स्पीड से वाहन चलाते समय किसी ट्रैफिक सिग्नल पर ना रुककर सिग्नल को पार करते हैं तो आप पर 5,000/- रूपये / एक साल की जेल की सजा हो सकती है। नहीं सजा के प्रावधान के अनुसार आपको जुर्माना भरने के साथ जेल भी जाना पड़ सकता है।
  • नशें में धुत होकर वाहन ना चलायें :- भारतीय मोटर व्हीकल एक्ट के नियमानुसार नशें में या शराब (Alcohal) पीकर गाड़ी चलाना एक दंडनीय अपराध है। यह नियम तोड़ने पर आपको 2,000/- रूपये से लेकर 10,000/- रूपये जुर्माना देना पड़ सकता है। नहीं तो इसके अलावा आपको 7 महीने की जेल भी हो सकती है। नहीं दोनों भी हो सकते हैं।
  • वाहन का इंश्योरेंस ना होने पर :- यदि आपके अपना कोई निजी वाहन है तो आपके पास वाहन से संबंधित इंश्योरेंस होना जरूरी है । यातायात के मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार वाहन का इंश्योरेंस ना होने पर आप पर 2,000/- रूपये से लेकर 4,000/- रूपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • नो पार्किंग वाली जगह पर कभी अपना वाहन पार्क ना करें। इससे आपको और दूसरों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
  • कभी भी किसी ऐसी जगह पर तेज आवाज़ वाला हॉर्न ना बजाएं जहाँ आस पास हॉस्पिटल, स्कूल, विकलांग केंद्र आदि हो। ऐसी जगहों पर तेज आवाज़ में हॉर्न बजाकर आप दूसरों को परेशानी में डालते हैं जिससे आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

ट्रैफिक लाइट से संबंधित नियम कुछ महत्व पूर्ण नियम

दोस्तों अपने देखा होगा की जब भी हम किस सिग्नल के पास से गुजरते हैं तो सिग्नल में हमेशा तीन रंग( लाल , पीली , हरी ) की लाइटें दिखायीं देती हैं जिनके ट्रैफिक नियमों के अनुसार कुछ मतलब हैं आज हम आपको इन लाइटों के इन्हीं मतलब के बारे में बताएंगे जो की इस प्रकार से है –

WhatsApp

जानिए महाकवि जयशंकर प्रसाद की रचनाएं: Jaishankar Prasad ka Sahityik Parichay

  • लाल लाइट (Red Light ) :- ट्रैफिक सिग्नल में रेड लाइट का मतलब होता है “रुकना” यदि आप कहीं जा रहे हैं तो और सिग्नल पर रेड लाइट देखते हैं आपको लाइट जलते रहने तक रुके रहना चाहिए। नहीं तो ट्रैफिक सिगनल रूल तोड़े जाने पर आपको जुर्माना देना होगा।
  • पीली लाइट (Yellow Light) :- इसी प्रकार यदि ट्रैफिक सिग्नल में आप पीली लाइट जलती हुई देखें तो इसका अर्थ है “ आप चलने के लिए तैयार हो जाइये ” जब तक लाइट जली हुई है।
  • हरी लाइट (Green Light) :- दोस्तों जब आप सिग्नल पर हरी लाइट जलते हुए देखें तो इसका अर्थ होता है “अब आपको चलना चाहिए” जब तक लाइट on है। दोस्तों यदि वाहन चलाते समय ट्रैफिक सिग्नल पर इन लाइटों से संबंधी नियमों का पालन करते हैं तो आप होने वाली भीषण दुर्घटनाओं से बच सकते हैं।

यातायात के संकेत चिन्हों से संबंधित महत्वपूर्ण नियम

आपको यहां हम यातायात से जुड़े कुछ संकेतों से संबंधी नियमों की जानकारी को प्रदान कर रहे हैं यात्रा करते समय आपको इन सकेतों से संबंधित नियमों का पालन जरूर करना चाहिए यह संकेत इस प्रकार से हैं –

Traffic Rules in hindi

  • वन वे (One Way) :- ट्रैफिक सिग्नल के नियमानुसार इस तरह के संकेत का अर्थ है की यहां पर रास्ता सिर्फ वन वे है आप सिर्फ एक तरफ से आ और जा सकते हैं।
  • नो पार्किंग (No Entry) :- रोड पर इस तरह के संकेत का अर्थ है की यहाँ पर वाहन खड़ा करना मना है। यदि आप यहां वाहन खड़ा करते हैं तो आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • स्पीड लिमिट (Speed Limit) :- इस तरह के संकेत का अर्थ है की आपको यह पर बताई गयी स्पीड लिमिट से वाहन चलना है। यदि संकेत में बताई गयी स्पीड लिमिट से अधिक से वाहन चलाते हैं तो आप पर ट्रैफिक नियमों के अनुसार कानूनी कार्रवाई की सकती है।
  • बाएं हाथ को ना मुड़ें (No Left turn) :- जहां पर भी रोड पर यह संकेत दिखे तो उसका अर्थ है की यहाँ पर आपको बाएं हाथ को ओर नहीं मुड़ना है।
  • दाएं हाथ को ना मुड़ें (No Right turn) : – रोड पर दिखने वाले इस संकेत का अर्थ है की यहाँ पर आपको दाएं हाथ को ओर नहीं मुड़ना है।
  • नो स्टॉपिंग (No Stopping) :- इस संकेत का अर्थ है की यहां पर वाहन को रोकना मना है।
  • ट्रक का आना मना है (Truck Prohibited) :- ट्रैफिक रूल के इस संकेत का अर्थ है की यहां पर किसी भी ट्रैक और भारी वाहन आना मना है।
  • नैरो ब्रिज (Narrow Bridge) :- इस रोड साइन का अर्थ है आगे रास्ते में Narrow टाइप का पुल है। जहाँ आपको सावधानीपूर्वक चलना है।
  • रेलवे क्रासिंग (Railway Crossing) :- रोड में इस तरह के साइन बोर्ड का अर्थ है की आगे रेलवे क्रासिंग और आपको सावधानी से रेलवे क्रासिंग पार करनी चाहिए।
  • नो हॉर्न (No Horn) :- इस संकेत का अर्थ है यहां पर हॉर्न ना बजाएं।
  • स्पीड ब्रेकर (Speed Breaker):- रोड में इस साइन का अर्थ है की रास्ते में आगे स्पीड ब्रेकर है आपको स्पीड कम कर लेनी चाहिए।
  • टू वे ट्रैफिक (Two Way Traffic) :- इस तरह के संकेत का अर्थ है की यहां पर ट्रैफिक सड़क के दोनों तरफ से आ और जा सकता है।
  • Men at Work :- इस संकेत का अर्थ है की आगे सड़क पर कोई निर्माण कार्य चल रहा है।
  • No Automobiles :- इस तरह के संकेत का अर्थ है की यहां पर किसी भी वाहन का आना मना है।
  • Zebra Crossing :- सड़क के इस साइन का अर्थ है की आगे लोगों की सड़क पार करने हेतु ज़ेब्रा क्रासिंग है।
  • Airport ahead :- इस रोड साइन का अर्थ है की आगे रास्ते में एयरपोर्ट या हवाई अड्डा है।

ट्रैफिक संकेतों के नियमों से संबंधित PDF डाउनलोड करने के लिए :- यहाँ क्लिक करें

Traffic Rules in hindi संबंधित FAQs :-

ट्रैफिक रूल के बारे में ऑनलाइन कैसे जानें ?

यातायात से संबंधित नियमों के बारे में जानकारी आप परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://parivahan.gov.in/ पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

हेलमेट न पहनने पर कितने रूपये फाइन है ?

दोस्तों यदि आप दिल्ली में रहते हैं और दिल्ली में वाहन चला रहे हैं तो टू व्हीलर चलाते समय हेलमेट ना पहनने पर आपको 1,000/- रूपये का फाइन देना पड़ सकता है। फाइन की राशि राज्य के हिसाब से अलग – अलग हो सकती है।

सीट बेल्ट ना पहनने पर कितना जुर्माना लग सकता है ?

सीट बेल्ट ना पहनने पर ट्रैफिक पुलिस के द्वारा आप पर 1,000/- से 2,000/- रूपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

ट्रैफिक सिग्नल जंप करने पर कितना फाइन लगता है ?

दोस्तों यदि आप ओवरस्पीड करते हुए ट्रैफिक सिग्नल जंप करते हैं तो आप पर 5,000/- रूपये या एक साल की जेल नहीं तो दोनों भी हो सकते हैं।

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भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण नियम | Indian Railway rules and regulation in hindi

भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण नियम और भारतीय रेल्वे की विकल्प योजना | Indian Railway (train) important rules and regulation, Vikalp Scheme of Indian railway in hindi 

रोजाना कई लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचने में भारतीय रेलवे उनकी मदद करती है. रेलवे का जाल पूरे भारत में फैला हुआ है. जिसके चलते भारत के 29 राज्य आपस में जुड़े हुए हैं. भारत में लगभग हर इंसान ने रेलवे के द्वारा सफर किया हुआ है, क्योंकि रेलवे के माध्यम से आप भारत के किसी भी शहर या कोने तक आसानी से जा सकते हैं. वहीं काफी लोगों को भारतीय रेलवे द्वारा यात्रा की टिकट और यात्रा से जुड़े बनाए गए नियमोँ के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है. जानकारी ना होने के चलते उन्हें कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है. वहीं आज हम अपने इस लेख में आपको भारतीय रेलवे द्वारा बनाए गए कुछ महत्वपूर्ण नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं. ताकि जब भी आप अगली बार भारतीय रेलवे द्वारा कोई सफर तय करें, तो आपको किसी नियम कोकर कोई परेशानी ना उठानी पड़े

Table of Contents

भारतीय रेलवे का इतिहास (History of Indian railway)

भारतीय रेलवे के इतिहास पर अगर नजर डाली जाए ,तो भारत की प्रथम रेल गाड़ी साल 1853  में शुरू की गई थी. इस तारीख को पहली बार भारत की धरती पर रेल गाड़ी  मुंबई से थाने के बीच चलाई गई थी. जिसके बाद धीरे-धीरे करते हुए रेलवे को पूरे भारत में शुरू किया गया और आज के समय में भारत के हर राज्य मे रेलवे की सुविधा पहुंच गई है.

भारतीय रेल नियम

पीएनआर क्या है (What is PNR)

हम सभी पीएनआर से परिचित हैं जैसे कि हम भारतीय रेल्वे से परिचित हैं. पीएनआर का पूरा नाम पैसेंजर नेम रिकॉर्ड हैं, और यह आपके टिकट बुक होने के बाद सिस्टम द्वारा स्वचालित रूप से जेनरेट किया गया 10 अंकों का नंबर होता है. यह रेल्वे स्टेशनों से बुक क्लासिक रेल्वे टिकटों पर होता है, यह बुक किये गए रेल्वे टिकट के ऊपर बाएँ कोने पर पाया जा सकता है. रेल्वे सिस्टम को सीआरएस के रूप में जाना जाता है जिसे सेंट्रल रिजर्वेशन सिस्टम यानि केन्द्रीय आरक्षण प्रणाली कहा जाता है. इसके डेटाबेस में यात्री का रिकॉर्ड होता है.   

एसएल क्या है (What is SL)

रेल्वे में एस एल का मतलब स्लीपर क्लास होता है. यह स्लीपर क्लास भारतीय रेल्वे पर सबसे आम कोच होता है. आमतौर पर स्लीपर क्लास के 10 या उससे अधिक कोच ट्रेन रेक से जोड़े जा सकते हैं. यह नियमित रूप से सोने के कोच हैं, जिसमें 3 बर्थ होती हैं. ब्रॉड गेज में, 72 यात्रियों को प्रति कोच में लिया जा सकता है. इस कोच में एयर कंडीशनिंग की सुविधा नहीं होती है.

एसी क्या है (What is AC)

रेल्वे में यात्रियों की सुविधाओं के लिए कुछ एयर कंडीशनिंग कोच भी होते हैं, जिसकी टिकट आम तौर पर सामान्य स्लीपर कोच की तुलना में थोड़ी अधिक होती है. किन्तु इसमें भी कई क्लास होती हैं जोकि इस प्रकार हैं –

  • फर्स्ट क्लास एसी :- यह सबसे महंगी क्लास है जहाँ एयरलाइन्स के बराबर किराया लगता है. इसमें किराया के साथ बिस्तर शामिल होते हैं. यह कोच मेट्रोपोलिटन शहरों के बीच केवल लोकप्रिय मार्गों पर मौजूद होता है. आईसीएफ कोच में 18 यात्रियों को लिया जा सकता है, जबकि एलएचबी कोच जोकि कुछ राजधानियों, ड्यूरोंटोस और एसी एक्सप्रेस में मौजूद होते हैं, में 24 यात्रियों को लिया जा सकता हैं. इसमें सोने के लिए आवास हैं और साथ ही व्यक्तिगत कूप जैसी प्राइवेसी सुविधाएँ भी होती हैं.
  • 2 टायर एसी :- इस एयर कंडीशंस कोच में सोने के बर्थ, पर्याप्त पैर कक्ष, पर्दे और व्यक्तिगत रीडिंग लैंप होते हैं. इसमें बिस्तर लेने के लिए अलग से किराया नहीं देना होता है. एक ब्रॉड गेज में आईसीएफ कोच में 46 यात्रियों को लिया जाता है, जबकि नये एलएचबी कोच में 52 यात्रियों को लिया जा सकता है.
  • 3 टायर एसी :- इस कोच में एयर कंडीशन के साथ सोने के बर्थ होते हैं. बर्थ आमतौर पर 2 ए में व्यवस्थित होते हैं. इसमें शुल्क बाकि एसी कोचों की तुलना में थोड़ा कम होता है. इसमें कोई रीडिंग लैंप नहीं दिया जाता है, लेकिन हालही में इस कोच को भी बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है. इसमें भी बिस्तर किराये के साथ शामिल होते हैं. इसमें आईसीएफ कोच में 64 यात्री और नए एलएचबी कोच में 72 यात्रियों को लिया जा सकता है.

आरएसी क्या है (What is RAC)

आरएसी का पूरा नाम रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन हैं. यदि किसी उपयोगकर्ता को आरएसी टिकट जारी की गई है तो संभवतः चार्ट टिकट तैयार करते समय उसकी टिकट कनफर्म्ड हो जाएगी, और उसे बर्थ मिल जाएगी. यदि चार्ट तैयार होने के बाद भी टिकट आरएसी बना रहता है तो उपयोगकर्ता को आधा बर्थ आवंटित किया जाता है. यानि आरएसी टिकट की स्थिति वाले दो व्यक्ति को एक तरफ का निचला बर्थ आवंटित किया जाता है. इन आरएसी यात्रियों को चार्ट तैयार करने के बाद रद्द कर दिये गये बर्थ आवंटित करने के लिए टीटीई से कहा जाता है.

डब्लूएल क्या है (What is WL)

डब्लूएल जिसे वेटिंग लिस्ट कहा जाता है. किसी व्यक्ति द्वारा टिकट बुक करने पर यात्रियों के स्टेटस को डब्लूएल से मार्क किया जाता है तो इसका मतलब है कि वह यात्री वेटलिस्टेड स्टेटस में है. यह टिकट केवल तभी कनफर्म्ड हो सकती है जब आपके पहले किसी यात्री ने कनफर्म्ड टिकट बुक की हो और वो उसे रद्द कराना चाहता है. उसके स्थान पर आपकी वेटिंग लिस्ट क्लियर हो जाएगी. उदाहरण के लिए, यदि आपका स्टेटस WL 5 बता रहा है तो इसका मतलब है कि आपके पहले 5 यात्रियों की टिकट कनफर्म्ड हो जाने के बाद आपका नंबर आएगा. वेटिंग लिस्ट के भी कई प्रकार हैं जैसे जनरल वेटिंग लिस्ट, रिमोट वेटिंग लिस्ट, पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट, रिमोट लोकेशन जनरल वेटिंग लिस्ट, रिक्वेस्ट वेटिंग लिस्ट एवं तत्काल वेटिंग लिस्ट आदि. 

भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण नियम ( Important Indian railway rules and regulation in hindi) (TIll July 2018)

भारतीय रेलवे के नियमों की सूची काफी लंबी और बढ़ी है. इस सूची में रेलवे में सफर करने से लेकर उसकी टिकट बुक करवाने के नियमों के बार में बताया गया है. वहीं हमने इन्हीं नियमों में से कुछ महत्वपूर्ण नियमों का उल्लेख नीचे किया है, जो कि इस प्रकार हैं.

कैसे बुक होती है रेलवे की टिकट (How to book train ticket online or offline)

रेलवे में सफर करने के लिए आप अपनी टिकट की बुकिंग रेलवे स्टेशन में जाकर करवा सकते हैं. इसके अलावा आप कंप्यूटर की मदद से भी ऑनलाइन टिकट बुक करवा सकते हैं.

ट्रेन की टिकट रद्द करवाने के नियम (Important rules of Indian railway ticket cancellation )

ट्रेन की टिकट रद्द करवाने को लेकर रेलवे के कुछ नियम हैं और उन नियमों के मुताबिक अगर टिकट कन्फर्म होने पर किसी व्यक्ति द्वारा उस टिकट को ट्रेन रवाना होने से पहले रद्द करवाया जाता है. तो आपकी टिकट में से कुछ पैसे काट लिए जायेंगे. नीचे इन्हीं नियमों के बारे में बताया गया है.

48 घंटे पहले टिकट रद्द करवाने पर कटने वाली राशि (train ticket cancellation charges latest)

  • AC क्लास या एग्जिक्युटिव क्लास ( executive class ac train ticket cancellation charges)

रेलवे के नियमों के तहत ट्रेन का टिकट अगर किसी व्यक्ति द्वारा ट्रेन के स्टेशन छोड़ने के बाद से 48 घंटे पहले रद्द करवा लिया जाता है, तो इस सूरत में उस व्यक्ति की टिकट राशि में से 240 रुपए काट दिए जाएंगे और उसको बचे हुए पैसे वापस मिल जाएंगे.

  • AC 2 टायर या फर्स्ट क्लास ( first class ac train ticket cancellation charges)

वहीं अगर किसी व्यक्ति द्वारा AC 2 टायर या फर्स्ट क्लास की टिकट बुक करवाई जाती है और किसी कारण से अगर वो व्यक्ति इस ट्रेन की टिकट को रदद् कर देता है, तो उस व्यक्ति की टिकट में से 200 रुपए की राशि काट ली जाएगी.

  • AC 3 टायर/ AC चेयर कार/ AC 3 इकॉनमी ( economy class ticket cancellation)

इस क्लास की टिकट अगर आप ऊपर बताई गई समय सीमा के अंदर रद्द करवाते हैं, तो आपकी टिकट राशि में से 180 रुपये काट लिए जाएंगे और बची हुई राशि आपको मिल जाएगी.

  • स्लीपर क्लास और सेकंड क्लास ( second class and sleeper class ticket cancellation)

अगर कोई व्यक्ति स्लीपर क्लास और सेकंड क्लास की अपनी टिकट को रद्द करवाता है, तो उसको स्लीपर क्लास की टिकट रद्द करवाने की सूरत में 120 रुपये का चार्ज देना होगा. वहीं सेंकड क्लास के लिए ये राशि 60 रुपये तय की गई है.

  • 48 से 12 घंटे पहले रद्द करवाने का नियम ( time limit for cancellation of railway ticket)

वहीं नियम के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति अपनी कन्फर्म टिकट को ट्रेन रवाना होने से 48 से 12 घंटे पहले रद्द करवाता हैं, तो उसकी टिकट में से 25% रुपये को काट लिया जाएगा. वहीं अगर 12 से 4 घंटे की समय सीमा के बीच आप ऐसा करते हैं, तो आपकी टिकट की आधी राशि काट ली जाएगी.

ट्रेन देर होने पर रद्द करवाने के नियम (late train ticket cancellation charges)

किसी कारण के अगर ट्रेन अपने तय समय से तीन घंटे से ज्यादा देरी पर है और आप अगर इस सूरत में अपनी टिकट को रद्द करवाते हैं, तो आपकी पूरी राशि आपको मिल जाएगी. यानी आप से टिकट को रद्द करवाने पर किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा. वहीं इसके अलावा वेटिंग लिस्ट टिकट को ट्रेन रवाना होने के 30 मिनट पहले रद्द करवाने पर आपको पूरे रुपए दे दिए जाएंगे.

ऑनलाइन बुक टिकट रद्द करवाने के नियम (how to cancel online train ticket in hindi)

रेलवे के नियमों के अनुसार ऑनलाइन के जरिए बुक करवाई गई ई-टिकट को केवल ऑनलाइन के जरिए ही रद्द करवाना होता है. वहीं टिकट रद्द करवाने पर आपकी राशि को उसी खाते में भेज दिया जाता है जिस खाते से ये टिकट बुक करवाई जाती है.

तत्काल टिकट बुकिंग से जुड़े नियम (important rules of indian railways tatkal booking)

अगर आप किसी कारण ट्रेन की टिकट बुक नहीं करवा पाए हैं या फिर एक दम आपकी किसी जगह जाने की योजना बन जाती है. तो आप ऐसी सूरत में तत्काल सुविधा की मदद से टिकट प्राप्त कर सकते हैं. वहीं तत्काल बुकिंग से जुड़े नियमों की नीच बताया गया है.

  • तत्काल टिकट बुक करवाने का नियम (R ule to book tatkal ticket or )

जिस दिन आपको यात्रा करनी है आप उस दिन से 1 दिन पहले ही इस सुविधा के जरिए अपनी यात्रा का टिकट प्राप्त कर सकते हैं. वहीं नियमों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति AC क्लास के जरिए सफर करना चाहता है, तो इस क्लास की बुकिंग सुबह दस बजे से चालू हो जाती है. बिना AC क्लास में सफर करने वाले के लिए ये सुविधा सुबह ग्यारह बजे शुरू की जाती है.

  • तत्काल टिकट रद्द करवाने का नियम (tatkal ticket cancellation refund new rules)

तत्काल सुविधा के जरिए अगर किसी को टिकट प्राप्त हो जाती है और टिकट की पुष्टि हो जाती है, तो टिकट रद्द करवाने पर एक रुपए भी वापस नहीं किया जाएगा. इसलिए तत्काल टिकट को तभी बुक करवाएं जब आपका जाना एक दम पक्का हो. वहीं अगर तत्काल ट्रेन अपने तय समय से तीन घंटे देरी से आती है और आप अपनी टिकट को रद्द करवा देते हैं, तो आपको आपकी टिकट के पूरे पैसे मिल जाएगे.

रेलवे में सफर करने के दौरान के नियम (Indian railway rules and regulation for passenger )

  • ट्रेन की बीच वाली सीट से जुड़ा नियम (sleeping time in Indian train)

अगर आप आरक्षित डिब्बों में यात्रा कर रहें हैं, तो आपको ये पता होना चाहिए कि आप केवल रात के 10 बजे से लेकर सुबह के 6 बजे तक ही सो सकते हैं. ऐसा नियम इसलिए बनाया गया है क्योंकि अगर किसी व्यक्ति को बीच वाली सीट मिलती है, तो वो उस सीट को केवल रात के 10 बजे से लेकर 6 बजे तक ही खोल सके. ऐसा करने से ट्रेन में सवार लोगों को बैठने की जगह मिल जाती है और उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होती है.

  • ट्रेन छूट जाने से जुड़ा नियम – (what to do if you miss your train)

किसी कारण से अगर आप समय पर अपनी ट्रेन को नहीं पकड़ सके तो घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि रेलवे के नियमों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति अपने स्टेशन पर लेट पहुंचता है और उसकी अपनी ट्रेन छूट जाती है, तो वो व्यक्ति अगले स्टेशन पर जाकर उस ट्रेन को पकड़ सकता है. वहीं टीटी भी उस व्यक्ति की सीट को दो स्टेशनों के गुजर जाने के बाद ही किसी अन्य यात्री को उसकी सीट दे सकता है. यानी तीसरा स्ट्रेशन आने जाने तक अगर आप अपनी ट्रेन पकड़ने में असफल रहते हैं, तो आपकी सीट किसी और यात्री को दे दी जाएगी.

  • टिकट खो जाने से जुड़ा नियम ( train ticket lost rules)

अगर आप से अपनी टिकट खो जाती है. तो ऐसी स्थिति में आप जिस स्टेशन से ट्रेन पकड़ने वाले हैं, उस स्ट्रेशन में जाकर आपको एक नई टिकट लेने के लिए एक आवेदन पत्र देना होगा. जिसके बाद आपको नकली टिकट दे दी जाएगी. वहीं याद रखें कि नकली टिकट के लिए आवेदन पत्र आपको ट्रेन के रवाना होने के 24 घंटे पहले तक देना होगा.

भारतीय रेल्वे की विकल्प योजना (Vikalp Scheme of Indian railway)

भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं पर्यटन कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने समय – समय पर ट्रेन यात्रियों के लिए उनकी यात्रा सुखद बनाने में विभिन्न सुविधाओं की शुरुआत की है. इन्हीं में से एक है “विकल्प योजना”, जोकि वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए अल्टरनेट ट्रेन में कनफर्म्ड बर्थ प्रदान करने के लिए हैं. लेकिन हम में से कई लोग ऐसे हैं जो आईआरसीटीसी द्वारा शुरू की गई इस विकल्प योजना के बारे में नहीं जानते हैं, जोकि वेटिंग लिस्ट में आने वाले यात्रियों की देखरेख के लिए लागू की गई है. किन्तु यह योजना पहले से कुछ ट्रेनों में लागू की जा चुकी है.

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दा इंडियन वायर

यातायात के नियम पर निबंध

travel regulations 2014 in hindi

By विकास सिंह

essay on traffic rules in hindi

विषय-सूचि

यातायात के नियम पर निबंध, essay on traffic rules in hindi (200 शब्द)

भारतीय सड़कें विभिन्न प्रकार के वाहनों – कारों, बसों, ट्रकों, कृषि वाहनों (ट्रैक्टर आदि), साइकिल, रिक्शा (तीन पहिया यात्री गाड़ी), मोटरसाइकिल और पैदल चलने वालों के साथ भीड़भाड़ से भरी हुई हैं। यहां तक ​​कि विक्रेताओं और सड़क के किनारे वाले स्टालों को भी आसानी से सड़क पर अतिक्रमण करते देखा जा सकता है।

वाहनों और विभिन्न यात्रियों की इतनी विशाल विविधता के साथ, सभी के लिए सुरक्षित पारगमन सुनिश्चित करने के लिए सड़क का उपयोग करते समय विशिष्ट नियमों को डिजाइन करना अनिवार्य हो जाता है। इस प्रकार, ट्रैफ़िक नियम तस्वीर में आते हैं। वे नियमों और विनियमों का एक समूह हैं, जिनका सड़कों पर उपयोग करते समय पालन किया जाना है।

सड़कों पर यातायात को विनियमित करने के नियम मोटर वाहन अधिनियम 1988 में डाले गए हैं। यह अधिनियम 1 जुलाई 1989 से लागू हुआ और पूरे भारत में समान रूप से लागू है।

भारत में कुछ सबसे महत्वपूर्ण यातायात नियम हैं – सभी निजी और वाणिज्यिक वाहनों का अनिवार्य पंजीकरण और बीमा; केवल 18 वर्ष की आयु पर या उससे ऊपर के वयस्कों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना; शराबी ड्राइविंग पर जुर्माना और कारावास; पैदल यात्रियों और अन्य यात्रियों की सुरक्षा के लिए गति सीमा और ज़ेबरा क्रॉसिंग; अनिवार्य हेलमेट और सीट बेल्ट; सभी प्रकार के वाहनों के लिए फिटनेस प्रमाण पत्र; किसी चौराहे के पास जाते समय, सड़क पर पहले से चल रहे वाहन आदि को रास्ता देना आदि।

यातायात के नियम पर निबंध, essay on traffic rules in hindi (300 शब्द)

प्रस्तावना :.

सभी प्रकार के सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए ट्रैफ़िक नियमों और विनियमों को ट्रैफ़िक को विनियमित करने के लिए तैयार किया गया है। वे विभिन्न सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और उनके आसान आवागमन के लिए बहुत आवश्यक हैं।

भारतीय सड़कें असुरक्षित क्यों हैं ?

भारतीय सड़कों पर वाहनों और दैनिक यात्रियों की भीड़ होती है। हमारे राजमार्ग और शहर की सड़कें यातायात की तुलना में बहुत अधिक हैं जो वे वास्तव में डिजाइन किए गए थे। लेकिन, यह केवल हिमशैल का टिप है; मुख्य समस्या एक ही सड़क पर वाहनों की विविधता में है और निश्चित रूप से वे सभी समय पर पहुंचना चाहते हैं।

हमारे पास धीमी गति से चलने वाला ट्रैफ़िक है जैसे – रिक्शा, कार, बस, ट्रक, साइकिल, मोटरसाइकिल, पैदल यात्री और अक्सर जानवर; सभी एक ही सड़क का उपयोग कर। इसके अलावा, मोटर साइकिल, साइकिल सवार और पैदल यात्री सबसे कमजोर हैं, क्योंकि उन्हें भीड़ और व्यस्त सड़क पर स्पॉट करना मुश्किल है।

सड़क के किनारों और भोजनालयों का उल्लेख नहीं करने के लिए, उन लोगों ने सड़क और फुटपाथों पर अतिक्रमण किया है, केवल पैदल चलने वालों के लिए चीजें कमजोर कर रही हैं। इस परिदृश्य में, टकराव केवल अगली वास्तविकता है, यदि यातायात नियमों का तुरंत पालन नहीं किया जाता है।

कैसे ट्रैफिक नियम सुरक्षा में सुधार करते हैं :

यातायात नियमों और विनियमों को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। कुछ नियम विशिष्ट प्रकार के उपयोगकर्ताओं के लिए तैयार किए गए हैं, जबकि कुछ सामान्य हैं। “बायीं ओर” रखने का नियम विपरीत दिशा से आने वाले वाहनों के साथ-साथ पीछे से आने वाले वाहनों और उसी दिशा में यात्रा करने के लिए पास देने के लिए है। पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक ज़ेबरा क्रॉसिंग के पास आते समय नियम को धीमा करना अनिवार्य है।

निष्कर्ष :

बाइक या साइकिल चलाते समय हेलमेट पहनना राइडर की सुरक्षा के लिए है। इसी तरह, कई नियम हैं जैसे ड्राइविंग करते समय सीट बेल्ट पहनना, सीमित गति के भीतर गाड़ी चलाना, नशे में गाड़ी न चलाना, पैदल यात्रियों को रास्ता देना (जैसे वे सबसे कमजोर होते हैं), ट्रैफिक सिग्नल और संकेतों का पालन करना; सभी सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और उनकी आसान पारगमन सुनिश्चित करते हैं।

यातायात सिग्नल पर निबंध, essay on traffic signal in hindi (400 शब्द)

यातायात सिग्नल :.

ट्रैफिक सिग्नल यातायात नियमों और विनियमों का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। प्रत्येक शहर के कम्यूटर को ट्रैफिक सिग्नलों का सामना करना पड़ता है, जबकि सड़क पर और सुरक्षित और विनियमित पारगमन सुनिश्चित करने के लिए उनका पालन करना चाहिए। यातायात संकेतों का मुख्य उद्देश्य यातायात का नियमन है। ट्रैफिक सिग्नल को आमतौर पर ट्रैफिक लाइट, ट्रैफिक लैंप और सिग्नल लाइट भी कहा जाता है।

ट्रैफिक सिग्नल कहां और क्यों लगाए जाते हैं :

ट्रैफिक सिग्नल सड़क चौराहों और पैदल क्रॉसिंग पर लगाए जाते हैं। अंतर्कलह महत्वपूर्ण जंक्शन बिंदु हैं जहां, एक अनियंत्रित यातायात प्रवाह दुर्घटनाओं और लंबे समय तक यातायात की भीड़ का कारण बन सकता है। ट्रैफिक लाइटें चौराहे से गुजरने वाले वाहनों के लिए वैकल्पिक रास्ते का अधिकार प्रदान करती हैं, जिससे आवागमन आसान हो जाता है। वैकल्पिक रूप से वाहनों के साथ अपने आंदोलन को विनियमित करने के लिए पैदल यात्री क्रॉसिंग पर ट्रैफ़िक सिग्नल स्थापित किए जाते हैं। रेल रोड क्रॉसिंग पर और अस्पतालों, स्कूलों या अन्य महत्वपूर्ण जंक्शनों को जोड़ने वाली सड़कों पर भी ट्रैफ़िक सिग्नल लगाए जाते हैं।

ट्रैफिक सिग्नल का इतिहास :

दुनिया का पहला ट्रैफिक सिग्नल 1868 में लंदन में स्थापित किया गया था, यह मैन्युअल रूप से संचालित गैस लिट सिग्नल था। हालाँकि, यह एक महीने भी नहीं चला और विस्फोट हो गया। भारत में पहला ट्रैफिक लाइट 1953 में चेन्नई के पास एग्मोर जंक्शन पर स्थापित किया गया था – दक्षिणी भारतीय राज्य तमिलनाडु की राजधानी। दक्षिणी कर्नाटक राज्य की राजधानी बेंगलुरु के बगल में, 1963 में निगम सर्कल में अपना पहला ट्रैफिक सिग्नल लगाया।

भारत में ट्रैफिक सिग्नल / नियम :

ट्रैफिक सिग्नल या ट्रैफिक लाइट विभिन्न चौराहों पर लगाए गए सिग्नल डिवाइस हैं। वे रंगीन रोशनी के ऊर्ध्वाधर प्रदर्शन के साथ एक निश्चित रंग प्रतिनिधित्व प्रणाली का उपयोग करते हैं। भारतीय यातायात संकेतों में तीन प्राथमिक रंग हैं – लाल, नारंगी (एम्बर) और हरा। लाल को रोकने का निर्देश; नारंगी तैयार होने के लिए और हरे रंग जाने की अनुमति देता है। पैदल यात्रियों के लिए ट्रैफ़िक लाइट भी लगाई जाती है, जिसमें अक्सर समान रंग कोड (रेड-स्टॉप, एम्बर-वेट और ग्रीन-गो) होते हैं।

ट्रैफिक सिग्नल का पालन करते समय, कुछ और चीजें हैं, जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए। लाल बत्ती पर रुकते समय, पैदल चलने वालों के लिए ज़ेबरा क्रॉसिंग से पहले अच्छी तरह से रोकना सुनिश्चित करना चाहिए; लाल सिग्नल को केवल तभी छोड़ें, जब इस कदम को प्रतिबंधित करने वाला कोई संकेत न हो; भले ही सिग्नल हरा हो गया हो, तुरंत गति न करें, बल्कि यह सुनिश्चित करें कि दूसरी तरफ से ट्रैफ़िक रुक गया है और यह भी कि कोई वाहन नहीं है।

एक चमकता लाल संकेत बंद करने के लिए एक सख्त संकेत है, जबकि एक चमकता नारंगी (एम्बर) प्रकाश सावधानी से आगे बढ़ने का निर्देश देता है।

मैनुअल सिग्नल :

यातायात के नियमन के लिए हाथ के इशारों का उपयोग करते हुए विभिन्न मैनुअल सिग्नल हैं। इन संकेतों का उपयोग ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ-साथ वाहन सवारों द्वारा भी किया जाता है। इनमें स्टॉप सिग्नल, स्लो डाउन सिग्नल, राइट टर्न सिग्नल, लेफ्ट टर्न सिग्नल आदि शामिल हैं।

यातायात के नियम निबंध, essay on traffic rules and their importance in hindi (500 शब्द)

भारत में यातायात नियमों का पालन करने की अनिच्छा जगह-जगह बदलती रहती है, वैसे ही जैसे इसकी संस्कृतियों और भाषाओं में। भारत के कुछ हिस्सों में लोग यातायात नियमों का पालन करते हैं जबकि कुछ अन्य हिस्सों में वे आदतन अपराधी होते हैं।

हैरानी की बात है कि जो लोग नियमों की अवहेलना करते हैं, वे उनके बारे में अच्छी तरह से जानते हैं फिर भी, वे अपनी अनिच्छा प्रदर्शित करते हैं और नियमित रूप से नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं, अपनी जान के साथ-साथ दूसरों के जीवन को भी खतरे में डालते हैं।

वर्तमान भारतीय परिदृश्य :

सड़क यातायात नियमों का पालन करने की हमारी अनिच्छा का आकलन हाल के 2018 के आंकड़ों से किया जा सकता है, जिसमें कहा गया है कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं का दावा हर दिन 400 लोगों का होता है। घातक होने के पीछे प्रमुख कारण हैं – ओवर स्पीडिंग, जंपिंग सिग्नल, ओवरलोडेड कमर्शियल व्हीकल, भीड़भाड़ वाले यात्री वाहन, सेफ्टी गियर्स न पहनना आदि।

सबसे ज्यादा खतरा दो पहिया सवार और पैदल चलने वालों को होता है, जिन्हें भीड़-भाड़ और व्यस्त सड़कों पर चलना मुश्किल होता है। एक हालिया अध्ययन के अनुसार, भारत में दोपहिया वाहन चालक कुल सड़क दुर्घटना का 40% प्रतिवर्ष होते हैं।

कम जागरूकता के कारण :

यातायात नियमों का पालन करने के लिए लोगों की अनिच्छा को विभिन्न कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। भारतीय प्रणाली में कोई संगठित सड़क सुरक्षा शिक्षा नहीं है। बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा या आत्म अवलोकन द्वारा सामान्य यातायात नियमों के बारे में पता चलता है। सैकड़ों ट्रैफ़िक संकेत हैं जिनके बारे में बच्चों को कभी नहीं बताया गया है।

सामान्य रूप से “जाने दो” रवैया भी भारतीय संदर्भ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लोग गैर-जिम्मेदार ड्राइवरों का पालन करते हैं। यदि कोई एकल चालक लाल सिग्नल छपता है, तो वह कई अन्य लोगों द्वारा पीछा किया जाएगा। जैसे कि, वे रोशनी के हरे होने का इंतजार नहीं कर रहे थे, बल्कि किसी ने इसे कूदने के लिए।

कम जागरूकता के पीछे एक और कारण उदार निगरानी है। यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले लोग शायद ही कभी सामना करते हैं, इस प्रकार उन्हें अधिक अनिच्छुक बना दिया जाता है। जब कई बार नहीं रोका जाता है, तो वे आदतन अपराधी बन जाते हैं, अपनी सुरक्षा के साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा से समझौता करते हैं।

जागरूकता बढ़ाने के तरीके :

सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए कई पहल की जा सकती हैं। स्कूलों में सड़क सुरक्षा और नियमों के बारे में शिक्षा प्रदान करने के लिए एक संगठित संरचना प्रदान की जानी चाहिए। स्कूलों और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में एक विषय के रूप में सड़क सुरक्षा और नियम शुरू किए जा सकते हैं।

जागरूकता बढ़ाने में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का उपयोग भी महत्वपूर्ण उपकरण हो सकता है। प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से मशहूर हस्तियों द्वारा भेजे गए किसी भी संदेश का लोगों के रवैये पर अधिक प्रभाव पड़ेगा। सड़क सुरक्षा और नियमों पर नए ड्राइविंग लाइसेंस धारकों के लिए एक अनिवार्य प्रशिक्षण सत्र भी जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा।

सरकारों द्वारा संबंधित विभागों के साथ समन्वय में नियमित अभियान चलाया जाना चाहिए, जिसमें लोगों को यातायात नियमों और विनियमन के बारे में सिखाया जाना चाहिए, साथ ही उचित सुरक्षा गियर का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। एक सख्त निगरानी और नशे में ड्राइविंग, तेज गति आदि जैसे अपराधों के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति, जनता को एक मजबूत संदेश देगी और उन्हें नियमों का उल्लंघन करने से रोक देगी।

यातायात के निबंध, essay on follow traffic rules in hindi (600 शब्द)

सड़कों पर रहने वालों के लिए सड़क यातायात नियम अनिवार्य हैं, जिनमें कार चालक, बाइक सवार, बस चालक, ट्रक चालक, पैदल यात्री और यात्री शामिल हैं। वे यातायात के प्रवाह को विनियमित करने और हर उपयोगकर्ता के लिए दैनिक आवागमन सुरक्षित बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

हमारे दैनिक जीवन में विभिन्न यातायात नियम और उनके महत्व :

ट्रैफ़िक नियम जो हम रोज़ाना एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते समय अपनाते हैं, हमें सुरक्षित रूप से हमारे गंतव्य तक पहुँचने में मदद करते हैं। ट्रैफ़िक का उपयोग करते समय कुछ सामान्य ट्रैफ़िक नियमों का पालन करना चाहिए, जिनका वर्णन नीचे दिया गया है-

1) वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ड्राइविंग

यदि आप एक वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ड्राइविंग कर रहे हैं, तो आप शायद ड्राइव करने के लिए अनुमत आयु सीमा तक पहुंच गए हैं। इसके अलावा, आपको लाइसेंसिंग प्राधिकरण द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों और विनियमों के बारे में प्रदान किए गए आवश्यक प्रशिक्षण से गुजरना होगा; आप पहियों के पीछे एक जिम्मेदार ड्राइवर बना रहे हैं।

२) लेफ्ट रखना

यह एक और महत्वपूर्ण नियम है जिसका पालन दैनिक रूप से किया जाता है। सड़क पर तेज़ गति से आने वाले वाहनों के लिए रास्ता बनाने या प्रवेश करते समय, आपको सड़क पर छोड़ दिया जाना चाहिए। तेज गति से पीछे से आने वाले किसी इमरजेंसी या अन्य वाहन के लिए रास्ता बनाने के लिए भी आपको बाएं रहना चाहिए। इस तरह आप यह सुनिश्चित करते हैं कि दोनों सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुँचें।

3) गलत पक्ष से एक सड़क का दृष्टिकोण कभी नहीं

गलत साइड से अचानक सड़क का अनुमोदन करने के घातक परिणाम हो सकते हैं। एक गलत और अचानक दृष्टिकोण अन्य ड्राइवरों / सवारों को आश्चर्यचकित कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप भ्रम और टकराव होता है। यह मुख्य सड़क पर किसी भी संपर्क करने वाले वाहन की तलाश करने की सलाह देता है और यदि वे बहुत दूर लगते हैं, तो हमेशा बाएं रखते हुए, सड़क पर धीरे-धीरे संपर्क करें।

4) हमेशा सेफ्टी गियर्स पहने

एक वाहन चालक को वाहन के लिए आवश्यक सभी सुरक्षा उपकरण पहनने चाहिए। सीट बेल्ट या हेलमेट पहनने से जीवन और मृत्यु के बीच अंतर हो सकता है। सामान्य धारणा है कि शहर आने के दौरान सुरक्षा गियर की आवश्यकता नहीं है। या तो शहर की सड़कों या राजमार्गों पर, सुरक्षा बेल्ट और हेलमेट ने जीवन को बचाने में अपनी सूक्ष्मता साबित की है।

5) ट्रैफिक सिग्नल 

एक जंक्शन या सड़कों का चौराहा सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है जो एक रोजमर्रा के कम्यूटर को एक दिन में कई बार गुजरना पड़ता है। यह तय करना मुश्किल है कि सामने से आने वाले वाहन किस रास्ते से मुड़ेंगे या बाएं या दाएं से किसी भी आने वाले वाहन को देखेंगे। एक जंक्शन पर अंधाधुंध जारी रखने के घातक परिणाम हो सकते हैं। हमेशा यातायात नियमों या पुलिसकर्मी के संकेतों का पालन करें, जो सभी के लिए सुरक्षित पारगमन सुनिश्चित करते हुए, आंदोलन को वैकल्पिक करता है।

6) पैदल चलने वालों का इंतजार

पैदल चलने वालों में सड़कों के सबसे कमजोर उपयोगकर्ता हैं। वे अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे ड्राइवरों पर निर्भर हैं। एक लापरवाह चालक एक बेकाबू पैदल यात्री को टक्कर मार सकता है, सड़क पार कर सकता है या बस के आने का इंतजार कर सकता है। रोज़ाना आने वाले लोगों को हमेशा जेब्रा क्रॉसिंग या अन्य स्थानों पर पैदल चलने वालों के लिए रास्ता बनाना चाहिए, और सभी के लिए सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करना चाहिए।

7) ड्रिंक एंड ड्राइव न करें

एक शराबी चालक न केवल अपनी जान जोखिम में डालता है, बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं के जीवन को भी खतरे में डालता है। निर्णय लेने और परिणामों को दूर करने के लिए एक पीने की क्षमता बाधित करता है। वाहन चालक लापरवाही बरतते हैं और अपनी खुद की सुरक्षा के साथ-साथ दूसरों से भी अधिक गति से समझौता करते हैं। या तो दैनिक आने-जाने के लिए या कभी-कभी, नशे में ड्राइविंग को सख्ती से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।

ट्रैफिक नियम हर दिन कार्यालय और घर तक हमारे सुरक्षित आवागमन को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यहां तक ​​कि अगर कोई नियमों की धज्जियां उड़ाता है और सुरक्षित रूप से पहुंचता है तो केवल अन्य अच्छे यात्रियों की वजह से जो यातायात नियमों का पालन करते हैं और उनका सम्मान करते हैं।

यही है, यदि सभी वाहन सिग्नल को कूदते हैं, तो कोई भी सुरक्षित रूप से या कम से कम समय पर गंतव्य पर नहीं जा सकता है। इसलिए सभी के लिए यह अनिवार्य है कि सड़क पर रहते हुए यातायात नियमों और विनियमों का पालन करें।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Sir please New traffic rules k against essay bataiye, abi ardent hai, I need to part in debate whose topic is “New traffic rules are good or bad for ourselves” Please sir help.. …..

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जानें भारतीय यातायात से जुड़े महत्वपूर्ण नियम – New Traffic Rules and Regulations in Hindi

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आज हम जानेंगे  ट्रैफिक नियम 2023  की पूरी जानकारी  (New Traffic Rules in India 2023)  के बारे में क्योंकि हमारे देश की अधिकांश सड़कें वाहनों से भरी रहती हैं और बीच-बीच में पैदल यात्रियों की आवाजाही भी बनी रहती है। सड़कों पर इन दोनों चीजों को संतुलित करने में ट्रैफिक नियम अपनी भूमिका निभाते हैं। अगर यातायात नियमों को अनदेखा किया गया तो न जाने कितने सड़क हादसों की खबरों से भरे अखबार आपको हर रोज मिल जाएंगे।

सख्त नियमों के बावजूद भी आपको सड़क हादसों से जुड़ी छोटी-बड़ी खबरें सुनने और देखने को मिलती रहती हैं। रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 1,50,000 है। इसका मतलब है कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं के कारण हर दिन औसतन 400 लोगों की मौत होती है। ये सड़क दुर्घटनाएं लोगों द्वारा मनमाने ढंग से वाहन चलाने या यातायात नियमों का पालन न करने के कारण होती हैं।

भारतीय यातायात नियम क्या होता है ? – Traffic Rules and Regulations in Hindi

ट्रैफिक नियम 2023

आजकल युवा मौज-मस्ती के लिए ड्राइविंग करने लगे हैं, यहां तक कि छोटे-छोटे बच्चे भी सड़कों पर खिलौनों की तरह अनियंत्रित गति से वाहन दौड़ा रहे हैं। यदि सड़क पर यातायात नियमों का सही ढंग से पालन किया जाए तो लोग सुरक्षित यात्रा कर सकते हैं। भारत में सड़क पर वाहनों को सुरक्षित चलाने और दुर्घटना दर के स्तर को कम रखने के लिए कुछ सख्त यातायात नियम बनाए गए हैं।

यातायात के नियम सांकेतिक चिन्ह – Traffic Rules Signs in Hindi 2023

इन्फॉर्मटिव संकेत – informative signs.

इन्फॉर्मटिव संकेत किसी भी ड्राइवर या राइडर को बताता है की उनके पास क एरिया में कोई जरूरी जगह। यह संकेत ड्राइवर को मदद करती है हॉस्पिटल्स,पब्लिक फोनएस ,इटिंग प्लेस अगल बगल के एरिया में।

ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स ट्रैफिक नियमों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं – Traffic signal lights play an important role in traffic rules.

Traffic Signals तीन प्रकार के होते है-

Red Light Signal – सड़क पर लगी ट्रैफिक लाइट में सबसे ऊपर यह लाल बत्ती होती है। जब यह लाल बत्ती जलती है, तो ऐसी स्थिति में लेन या ज़ेबरा क्रॉसिंग पार करने से पहले वाहन को रोक दें अन्यथा आपको ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के लिए जुर्माना लग सकता है। पैदल यात्री इस समय सड़क पार कर सकते हैं।

Flashing Red Signal – Flashing Red Signal का मतलब है कि अगर Signal पर चमकती Red light है, तो आप अपने वाहन को धीमी गति से चलाते हैं। Road पर पैदल यात्री या अन्य वाहन न होने पर और रास्ता साफ होने पर ही वाहन आगे बढा़वें।

Yellow Light Signal – यह लाल बत्ती के ठीक नीचे होता है, जब यह Light जलता हुआ दिखाई देता है तो इसका मतलब है कि अब Red light होने वाली है। ऐसी स्थिति में, आपको अपने वाहन को तुरंत आगे बढ़ा लेना चाहिए या Stop line से पहले रोकना चाहिए।

Flashing Yellow Signal – इसका मतलब यह है कि यदि आप पोल पर एक चमकदार पीली रोशनी देखते हैं, तो आप वाहन को धीमी गति में ले जा सकते हैं।

Green Light Signal – जब आपको पोल पर हरी बत्ती दिखे, तो इसका मतलब है कि अब आप अपने वाहन चला सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि उस समय दूसरी तरफ से आने वाले पैदल व्यक्ति या वाहन सड़क पार नहीं कर रहे हो।

Green Arrow Signal – जब दिशा का चिन्ह Pole पर हरे रंग की रोशनी में दिखाई दे, तो Vehicle को दिखाए गए sign की ओर ले जाएं। अन्यथा गलत ओर जाने से आपका चालान कट सकता है।

Traffic Rules के द्वारा ही सड़क सुरक्षा बनी रहती है। इतने कडे़ नियमों के बावजूद भी लोगों द्वारा मनचाहे तरीकों से वाहनों को चलाकर इनका उल्लंघन किया जाता है। मगर इसके लिये सड़क सुरक्षा विभाग ने कडे़ दण्ड प्रावधान बनाये हुये है।

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आज के इस लेख में आपने जाना  यातायात नियम 2023 (Traffic Rules and regulations in Hindi)  इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपको पूरी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। अगर फिर भी आपके मन में  traffic rules ke bare mein  को लेकर कोई सवाल उठ रहा है तो आप नीचे Comment करके पूछ सकते हैं। हमारी विशेषज्ञ टीम आपके सभी सवालों का जवाब देगी।

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7th CPC Travelling Allowance Rules: Tour TA और Transfer TA क्या होता है?

सरकारी कर्मचारियों को कई तरह के भत्ते (Allowances) मिलते हैं और उन्हीं में से एक महत्वपूर्ण है यात्रा भत्ता (Travelling Allowance)। यदि आप भी केन्द्रीय कर्मचारी है और TA for Central Government Employees या Transfer TA Rules के बारे में विस्तृत जानकारी चाहते हैं तो आप सही जगह पर आए हैं।

इस लेख में हमनें सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाले Travelling Allowance के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई है। जिसके अंतर्गत Travelling Allowance on Tour और Transfer TA Rules के बारे में बताया है।

आप यहाँ से Travelling Allowance Rules PDF के अलावा Travelling Allowance से संबंधित अन्य पीडीएफ़ भी डाउनलोड कर सकते हैं।

अब आइए विस्तार से जानते हैं कि TA/DA क्या हैं और इनसे संबंधित TA/DA Rules क्या-क्या हैं ( TA/DA Rules in Hindi या Daily Allowance in Hindi )

Table of Contents

Travelling Allowance और Daily Allowance in Hindi

Travelling Allowance Rules

सबसे पहले जानते हैं कि Traveling Allowance Meaning क्या होता है (Travel Allowance meaning in Hindi) और उसके बाद जानेंगे कि एक Central Government Employee के लिए TA Rules क्या हैं (TA Rules in Hindi)

TA and DA full form – Travelling Allowance और Daily Allowance होता है।

जब कोई सरकारी कर्मचारी किसी आधिकारिक यात्रा पर जाता है तो पूरी यात्रा पर व्यय करने के लिए जो भत्ता मिलता है उसे Travelling Allowance कहते हैं। यह किसी कर्मचारी के वेतन का हिस्सा नहीं होता है, जैसे Transport Allowance (TPTA) या महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) .

यह भत्ता उस कर्मचारी को प्रतिपूर्ति के रूप में मिलता है। यानी कि जब वह कर्मचारी अपनी आधिकारिक यात्रा पूरी कर लेता है तो उसे एक Travelling Allowance बिल अपने संबंधित कार्यालय में देना होता है। यह उस कर्मचारी को तब तक नहीं मिलता है जब तब उसने कोई ऑफिस के कार्य से संबंधित यात्रा ना की हो। अर्थात यह एक Compensatory Allowance है।

जमा किए गए उस बिल के आधार पर कर्मचारी की पात्रता के अनुसार उसके द्वारा हुए व्यय को अदा कर दिया जाता है। इस तरह यह आधिकारिक ड्यूटी के दौरान यात्रा खर्च पर एक प्रतिपूर्ति प्रणाली (Reimbursement System) है।

कभी-कभी जरूरत पड़ने पर वह कर्मचारी Travelling Allowance Advance के लिए भी अप्लाइ कर सकता है और यात्रा पूरी होने के बाद उसके बिल का अंतिम भुगतान कर दिया जाता है।

Travelling Allowance के अंतर्गत सरकारी कर्मचारी को दो तरह के व्यय का भुगतान किया जाता है। एक है आने-जाने में हुए व्यय यानी यात्रा व्यय के बदले भुगतान और दूसरा है ड्यूटी के दौरान खाने-पीने और ठहरने (Accommodation या Boarding) में हुए व्यय के बदले भुगतान। इसलिए हम यहाँ Boarding Allowance के बारे में भी बताएंगे।

यदि कोई कर्मचारी आधिकारिक यात्रा पर होता है और मुख्यालय से दूर होता है तो उसे ठहरने और खाने पर खर्च करना पड़ता है। इसके लिए उसके द्वारा किए गए व्यय के एवज में जो भत्ता मिलता है उसे दैनिक भत्ता (Daily Allowance) कहते हैं। उसे यह Daily Allowance Rules के अंतर्गत मिलता है।

ठहरने के लिए उसे अलग से Accommodation Allowance मिलता है।

इस तरह Daily Allowance का मतलब है खाने आदि संबंधित व्यय की प्रतिपूर्ति। पहले खाने के बदले Food Bill के लिए reimburse किया जाता था, लेकिन अब यह Daily Allowance के रूप में दिया जाता है। इसके लिए Food Bill जमा करने की जरूरत नहीं पड़ती है।

इन दोनों व्यय के बदले होने वाले भुगतान को अक्सर TA/DA Allowance कहा जाता है। यहाँ TA Allowance का मतलब Travelling Allowance और DA का मतलब Daily Allowance से है।

होटल खर्च का Reimbursement

यहाँ होटल खर्च या Accommodation के लिए खर्च या Boarding Allowance meaning in Hindi का अर्थ एक ही है।

7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार 1 जुलाई 2017 से होटल खर्च के लिए claim करने की प्रक्रिया को आसान कर दिया गया है।

अब Pay Level 8 और उससे नीचे के सरकारी कर्मचारियों को होटल खर्च के reimbursement के लिए Travelling Allowance claim के साथ वाउचर प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं है।

उन्हें केवल स्व-प्रमाणित Travelling Allowance claim में स्पष्ट रूप से ठहरने की अवधि, होटल का नाम आदि का उल्लेख करना होगा।

साथ ही Pay Level 8 तक के सभी अधिकारियों के लिए ‘X’ क्लास शहरों में ठहरने के लिए होटल खर्च की सीमा अधिकतम 1,000 रुपये प्रति दिन है। लेकिन इसके reimbursement के लिए कर्मचारी को होटल बिल / वाउचर प्रस्तुत करना होगा।

यात्रा खर्च का Reimbursement:

आवास शुल्क (Accommodation Charges) के reimbursement के समान ही Pay Level 8 और उससे नीचे के अधिकारियों के लिए लिए यात्रा खर्च का भुगतान केवल स्व-प्रमाणित दावे (Self-certified claim) के आधार पर वाउचर प्रस्तुत किए बिना ही किया जा सकता है।

Self-certified claim में यात्रा की अवधि, वाहन संख्या आदि का स्पष्ट रूप से उल्लेख होना चाहिए।

Pay Level 11 और उससे नीचे के लिए जो सीमा है वह DA में 50 प्रतिशत की वृद्धि होने पर 25 प्रतिशत और बढ़ जाएगी।

पैदल यात्रा के लिए 12/- रुपये प्रति किलोमीटर का अतिरिक्त भत्ता देय होगा। इस भत्ते में भी 25 प्रतिशत की तब वृद्धि होगी जब DA में 50 प्रतिशत की वृद्धि हो जाएगी।

खाने के खर्च का Reimbursement:

Daily Allowance के अंतर्गत खाने के बिलों का अलग से reimbursement का कोई प्रावधान नहीं है। इसके बजाय TA claim करने वाले सरकारी कर्मचारी को खाने के खर्च के reimbursement के तौर पर एक lump sum amount दे दिया जाता है।

यह lump sum amount, Pay Level के अनुसार अलग-अलग है। Reimbursement का amount इस बात पर भी निर्भर करेगा कि उस कर्मचारी के अपने मुख्यालय से अनुपस्थिति की अवधि कितनी है।

मुख्यालय से अनुपस्थित होने का Time Restriction-

TA Meaning in Hindi- TA and DA-Travelling Allowance- Daily Allowance - TA Rules

मुख्यालय से अनुपस्थिति की गणना मध्यरात्रि से मध्यरात्रि तक की जाएगी और प्रतिदिन के आधार पर गणना की जाएगी।

अब एक उदाहरण से इसे समझते हैं- TA Rules के अनुसार Pay Level 8 के अंतर्गत Lump sum amount 800 रुपये प्रतिदिन है।

अब कोई कर्मचारी जिसका Pay Level 8 है और वह सुबह 10 बजे किसी आधिकारिक यात्रा पर जाता है और शाम को 6 बजे अपने मुख्यालय वापस आ जाता है। इस तरह वह अपने मुख्यालय से 8 घंटे अनुपस्थित रहा।

तो उसे खाने में हुए खर्च का reimbursement amount मिलेगा – 800 रुपये का 70% = 560 रुपये।

खाने के खर्च के reimbursement के लिए उसे किसी तरह के वाउचर प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी।

ऊपर दिए गए बिल फॉर्मैट को डाउनलोड करके TA Bill Rules के अनुसार इसे भरकर संबंधित सेक्शन में जमा कर सकते हैं।

Transfer होने पर Travelling Allowance / Transfer TA Rules in Hindi

यदि किसी सरकारी कर्मचारी का Transfer होता है तो उसको भी Transfer Travelling Allowance मिलता है। उसे मिलने वाले Transfer Travelling Allowance में चार तरह के घटक (components) होते हैं-

1. Travel entitlement for self and family 2. Composite Transfer and packing Grant 3. वैयक्तिक सम्पत्ति (Personal effects) का परिवहन 4. वाहनों (Conveyance) का परिवहन

1. स्वयं और परिवार के लिए यात्रा पात्रता का अर्थ / Travel entitlement for self and family meaning

इसके अंतर्गत transfer के दौरान वर्तमान तैनाती स्थान से नए तैनाती स्थान की यात्रा में हुए व्यय को शामिल किया जाता है।

इसमें स्वयं और परिवार की यात्रा में हुए व्यय का reimbursement होता है।

2. Composite Transfer and packing Grant (CTG) Meaning

आप इसे transfer grant and packing allowance भी कह सकते हैं।

जब कर्मचारी के नए तैनाती की जगह वर्तमान तैनाती की जगह से 20 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित हो तो कर्मचारी को उसके पिछले महीने के मूल वेतन (Basic Pay) के 80% की दर से CTG का भुगतान किया जाता है।

लेकिन अंडमान, निकोबार और लक्षद्वीप के द्वीप क्षेत्रों में स्थानांतरण या उन क्षेत्रों से देश के अन्य भाग में स्थानांतरण के मामले में CTG का भुगतान पिछले महीने के मूल वेतन के 100% की दर से किया जाता है।

यदि पुराने तैनाती स्थान से नए तैनाती स्थान की दूरी 20 किलोमीटर से कम है या वे दोनों स्थान एक ही शहर के भीतर हैं तो CTG का एक तिहाई ही reimbursement होगा। लेकिन यह भी शर्त है कि कर्मचारी ने अपने निवास स्थान में वास्तव में परिवर्तन किया हो।

जब पति और पत्नी दोनों सरकारी कर्मचारी हों और दोनों का स्थानांतरण हो: यदि पहले किसी एक का transfer हो जाता है और दूसरे का transfer छह महीने के भीतर लेकिन 60 दिनों के बाद होता है तो बाद में स्थानांतरित पति या पत्नी को CTG का पचास प्रतिशत भुगतान किया जाएगा।

यदि दोनों स्थानान्तरण 60 दिनों के भीतर होते हैं, तो बाद में स्थानांतरित पति/पत्नी को कोई स्थानांतरण अनुदान स्वीकार्य नहीं होगा। छह महीने या उससे अधिक की अवधि के बाद स्थानान्तरण के मामले में मौजूदा प्रावधान लागू रहेंगे।

3. वैयक्तिक सम्पत्ति का परिवहन / Personal effects meaning in Hindi

नाम से स्पष्ट है कि इसके अंतर्गत घर के सामानों के परिवहन में हुए व्यय का reimbursement किया जाता है।

4. वाहनों का परिवहन / Conveyance Allowance in Hindi

इसके अंतर्गत कर्मचारी के निजी वाहनों के परिवहन में हुए व्यय का reimbursement किया जाता है।

यदि कोई सरकारी कर्मचारी Transfer TA Advamce लेना चाहता है तो वह Transfer TA Advance Rules के eligibility के अनुसार transfer होने से पहले claim कर सकता है।

सेवानिवृत कर्मचारियों की TA पात्रता:

सेवानिवृत्ति कर्मचारियों के Travelling Allowance में भी वैसे ही 4 घटक शामिल होते हैं जैसा कि स्थानांतरित कर्मचारी के Travelling Allowance में।

1. स्वयं और परिवार के लिए यात्रा पात्रता (Travel entitlement for self and family):

अंतरराष्ट्रीय यात्रा को छोड़कर इसमें भी वही यात्रा पात्रता होगी जैसा कि transfer होने पर किसी कर्मचारी की यात्रा पात्रता होती है।

2. Composite Transfer Grant (CTG):

जब कोई कर्मचारी सेवानिवृत होने के बाद अपने अंतिम तैनाती स्थान से 20 किमी या अधिक दूरी पर जाकर settle हो जाता है तो उसको CTG का भुगतान पिछले महीने के मूल वेतन के 80% की दर से किया जाएगा।

अंडमान, निकोबार और लक्षद्वीप के द्वीप क्षेत्रों के मामले में यह भुगतान पिछले महीने के मूल वेतन के 100% की दर से किया जाएगा।

सेवानिवृत कर्मचारी के अपने नए निवास स्थान पर जाने में पुराने निवास स्थान और नए निवास स्थान तथा रेलवे स्टेशन / बस स्टैंड आदि के बीच यात्रा के लिए अलग से transfer incidentals और road mileage का भुगतान नहीं किया जाएगा।

जो कर्मचारी सेवानिवृत्त होने के बाद ड्यूटी के अंतिम स्टेशन से 20 किमी से कम की दूरी के भीतर ही बस जाते हैं उन्हें इस शर्त के अधीन CTG का एक तिहाई भुगतान किया जा सकता है कि निवास स्थान का परिवर्तन वास्तव में शामिल है।

3. वैयक्तिक सम्पत्ति (Personal effects) का परिवहन:

इसका भुगतान वैसे ही होगा जैसा कि किसी कर्मचारी के transfer होने पर किया जाता है।

4. वाहनों (Conveyance) का परिवहन:

Retirement के बाद ta bill सबमिट करने का टाइम-लिमिट.

जैसा कि आपको पता होगा कि यात्रा पूरी करने के तारीख से 60 दिन के अंदर Travelling Allowance Bill संबंधित सेक्शन में सबमिट करना होता है। यह नियम Retirement के बाद Travelling Allowance Bill सबमिट करने के संबंध में था।

लेकिन भारत सरकार की तरफ से 15 जून 2021 को एक Office Memorandum जारी किया गया जिसमें यह कहा गया है कि अब Retire कर्मचारी अपनी यात्रा पूरी करने के तारीख से 180 दिन के अंदर अपना Travelling Allowance Bill सबमिट कर सकते हैं।

यानि कि उनके Travelling Allowance Bill सबमिट करने की अवधि को 60 दिन से बढ़ाकर 180 दिन कर दिया गया है।

लेकिन Tour TA Bill, Transfer TA Bill और Training TA Bill सबमिट करने की अवधि अभी भी 60 दिन ही है।

Office Memorandum regarding Time-limit for submission of claims for Travelling Allowance on Retirement- Download

Transport Allowance(परिवहन भत्ता) और Travelling Allowance(यात्रा भत्ता) में अंतर:

Transport Allowance (TPTA) वेतन का एक हिस्सा होता है। यह भत्ता कार्यालय और निवास के बीच यात्रा के खर्चों के लिए के लिए दिया जाता है। यह एक निश्चित राशि होता है जो हर महीने सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है।

कुछ दशाओं को छोड़कर लगभग यह सभी सरकारी कर्मचारियों को प्रदान किया जाता है।

जबकि Travelling Allowance हर महीने मिलने वाली एक निश्चित राशि नहीं होता है। इस तरह यह Transport Allowance से बिल्कुल अलग है। Travelling Allowance के लिए वही सरकारी कर्मचारी पात्र हैं जिन्होंने कोई आधिकारिक ड्यूटी के लिए यात्रा की हो।

इस तरह Transport Allowance के लिए कोई claim करने की जरूरत नहीं पड़ती है और यह वेतन का हिस्सा होता है। जबकि Travelling Allowance के लिए claim करना पड़ता है और यह तब तक नहीं मिलता जब तक कोई आधिकारिक यात्रा ना की गई हो।

TA Bill के साथ Boarding Pass जमा करना जरूरी है या नहीं

विभाग के दिनांक 08.10.2014 के एक OM के अनुसार यदि कोई सरकारी कर्मचारी Travelling Allowance claim करता है तो उसे इस यात्रा की प्रामाणिकता सिद्ध करने के लिए कि वास्तव में अधिकारी द्वारा वह यात्रा की गई थी, उसे बोर्डिंग पास जमा करने की जरूरत पड़ती थी।

लेकिन 23 जून 2020 में जारी एक अन्य OM के अनुसार यदि कोई सरकारी कर्मचारी TA बिल के साथ बोर्डिंग पास जमा करने में असमर्थ है, तो वह TA बिल के साथ बोर्डिंग पास के बदले स्व-घोषणा प्रमाण पत्र जमा कर सकता है।

विभाग द्वारा OM के साथ स्व-घोषणा प्रमाण पत्र का proforma भी जारी किया गया। यदि कोई अधिकारी अवर सचिव(Under Secretary) स्तर से नीचे का (Pay Level 10 और उससे नीचे) है तो इस प्रोफार्मा को नियंत्रण अधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित किया जाना आवश्यक है।

ये निर्देश केंद्र सरकार के कर्मचारियों द्वारा किए गए दौरे पर यात्रा के संबंध में लागू होंगे।

शहर के भीतर travelling charges के reimbursement के लिए रसीद या वाउचर submit करने के संबंध में नया नियम :

यदि कोई कर्मचारी शहर के भीतर आधिकारिक यात्रा पर है तो यात्रा शुल्क को Daily Allowance के तहत निर्धारित किया गया है।

दिनांक 13.07.2017 के O.M. के अनुसार, यदि Level 8 और उससे नीचे का कोई सरकारी कर्मचारी शहर के भीतर आधिकारिक यात्रा पर है तो उसे Travelling charges के reimbursement के लिए कोई रसीद या वाउचर देने की जरूरत नहीं है।

उन्हें केवल स्व-प्रमाणित (Self-certified) Travelling charges के reimbursement का दावा करने की अनुमति दी थी। जबकि Level 9 और उससे ऊपर के कर्मचारियों को Travelling charges के reimbursement के लिए वाउचर देने होते थे।

लेकिन 22 दिसंबर 2020 को विभाग द्वारा जारी एक अन्य O.M. के अनुसार Level 9 से 11 तक के केंद्र सरकार के कर्मचारियों को भी शहर के अंदर की गई आधिकारिक यात्रा के लिए Travelling charges के reimbursement का दावा करने के लिए रसीद या वाउचर प्रस्तुत नहीं करना होगा।

बल्कि इन कर्मचारियों को भी Travelling charges के reimbursement के लिए केवल स्व-प्रमाणित (Self-certified) reimbursement claim ही प्रस्तुत करना होगा जिसमें यात्रा की अवधि, वाहन संख्या आदि जैसे विवरण दिए गए हों।

Travelling Allowance के बारे में उपरोक्त जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया शेयर करना ना भूलें। यदि TA Rules से संबंधित कोई प्रश्न हो तो कमेन्ट बॉक्स में पूछें।

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19 thoughts on “7th CPC Travelling Allowance Rules: Tour TA और Transfer TA क्या होता है?”

kya temporary transfer me within city hone per kya daily allownace milega.

8 किमी से अधिक है तो DA 50% मिलेगा। लेकिन transfer केवल 180 दिन के लिए हुआ हो तो।

mera Transfer 80 dino ke bhitar dusri jagha ho gaya hai mera pehle transfer ka TTA kya nayi jagha se clem ho sakta hai

TA claim 60 dino ke andar dena hota hai, apke pahle hi 80 din ho gaye hain.

Please contact me about TTA

You can explain your problem here.

Central government employee apni puri service m kitni baar LTC Le sakta h.

Retirement तक, block-year के हिसाब से

Agar koi departmental exam dene gaya ho to kya uska TA bill ka bhugtan Kiya ja sakta h? Agar Kiya ja sakta h to kis kis chij ka bhugtan hoga

within city TA claim nahi milega. dusare city men jane par departmental exam ka bhi TA milta hai. isme Travelling fare aur DA milta hai.

Mera transfer 100 km ki distance me hua h,mai kaise claim karu ki basic ka 80 percent aur 10 days leave mil jaye.kiske name se application likhu application me kya docoment lagaye, claim time 60 or 180 days h

Relieve hone ke baad aap 10 days joining time le sakte hain. joining ke baad 60 days ke andar TA claim karna hai. kisi seperate application ki jarurat nahi hai. TA claim ke saath joinig report, relief report, transfer order lagane hain. kuch aur jankari chahiye to comment me hi puchhe please.

Apne office se 15 km tour par 7•30 hours ke liye gaye the kya ta milega

Local journey के लिए Road mileage(if applicable) plus 50% of Full DA × 70% (Less than 12 hours)

kya trasfer TA bill saman shift kiye bina bhugtan kiya ja sakta hai, kripya niyam sahit bataye

Yes, keval composite transfer grant milega

i am promted in postal department level 3 to level 4 and residance will be change approx 300kilometer then i am able or not for transportation allowance

please sugest us.

Yes, you are eligible for transfer TA

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यातायात के 64 नियम, चिन्ह, चालान रेट | Traffic rules in hindi

Traffic rules in hindi : हर देश में ट्रैफिक तथा एक्सीडेंट को कण्ट्रोल करने तथा यातायात को बेहतर बनाने के लिए कुछ नियम होते है। हर देश के अपने नियम होते है लेकिन इनमे थोड़ी बहुत समानता होती है।

देश के प्रत्येक जिले एक RTO (Regional Transport Office) क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट ऑफिस होता है इसे DTO (District Transport Office) भी कहते है। जो उस जिले या क्षेत्र के यातायात नियमों का पालन करवाने के लिए बाध्य होता है प्रत्येक RTO क्षेत्र के हिसाब से rules बनाता है।

इस आर्टिकल में मैं आपको RTO के ट्रैफिक rules तथा उनका क्या benefits है। इसके बारे में बताऊंगा। रोड पर बहुत सारे signs बोर्ड लगे होते है उन सभी यातायात के चिन्हों को हिंदी में नाम सहित जानेंगे।

Table of Contents

नए ट्रैफिक चालान Rate

पढ़े : दुनिया के अजीबो गरीब ट्रैफिक नियम

Traffic rules in hindi

वर्तमान में सभी के पास गाड़ी का होना एक आम बात हो गयी है। सड़क पर गाड़ी चलाने के लिए कुछ ट्रैफिक नियम होते है जिनका सभी को पालन करना होता है। ट्रैफिक नियम प्रत्येक देश के अलग अलग भी हो सकते है आप जिस देश में गाड़ी चलाना चाहते है। वहां के ट्रैफिक नियमो के बारे में जानकारी जरुर हासिल कर ले।

आगे आपको ट्रैफिक नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है।

1. ड्राइवर के लिए ट्रैफिक नियम

  • भारत में गाड़ी चलाने वाले की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • गाड़ी चलाते समय ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा अपने साथ रखें।
  • गाड़ी चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट पहन कर रखे।
  • गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल ना करें।
  • अपनी गाड़ी की RC, इंश्योरेंस, Pollution सर्टिफिकेट हमेशा अपनी गाड़ी में ही रखें।
  • अनावश्यक हॉर्न का प्रयोग ना करें, थोड़ा सब्र रखें।
  • तेज गति से चलती हुई गाड़ी के अचानक ब्रेक ना लगाएं।
  • शराब पीकर कभी भी गाड़ी न चलाएं।
  • रेड लाइट सिग्नल को कभी भी ना तोड़े।
  • सड़क पर चलते किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने वाहन में लिफ्ट ना दें ऐसा करना नियमों के खिलाफ है आपका चालान भी काटा जा सकता है।

2. Four Wheeler के लिए ट्रैफिक नियम

  • गाड़ी के नंबर प्लेट पर नंबर हमेशा (0, 1, 2, 3, 4,… 9) अंको में ही होने चाहिए हिंदी में या दूसरी लिपि के अंको का प्रयोग करना वर्जित है।
  • अगर दो लेन सड़क हो तो गाड़ी हमेशा सड़क के लेफ्ट साइड में ही चलाएं।
  • आपकी गाड़ी में दोनों साइड के mirror लगे हुए होने चाहिए।
  • One-way सड़क पर ओवरटेक हमेशा राइट साइड से ही करें।
  • गाड़ी चलाने वाले को हाथों के द्वारा दिए जाने वाले सिग्नल का भी ज्ञान होना चाहिए। हाथों के सिग्नल ट्रक ड्राइवर, ऑटो रिक्शा आदि के द्वारा काम में लिए जाते हैं।
  • अगर गाड़ी को धीरे करना हो तो धीरे करने से पहले अपने दाएं हाथ को गाड़ी से बाहर निकाल कर smoothly हवा में ऊपर नीचे लहराएं।
  • अगर अपनी गाड़ी को रोकना हो तो अपना दायां हाथ बाहर निकाल कर सीधा कर दे हाथ को ऊपर नीचे नहीं लहराना।

3. Two Wheeler के लिए ट्रैफिक नियम

  • हमेशा हेलमेट पहनकर दुपहिया वाहन चलाये।
  • अगर दो सवारी है तो दोनों को हेलमेट लगाना अनिवार्य है।
  • एक साथ दो से ज्यादा सवारियां ना बैठे।
  • अपना लाइसेंस और गाड़ी के कागजात हमेशा साथ रखें।
  • दुपहिया वाहन के साइड मिरर जरूर होने चाहिए।
  • बड़ी गाड़ियों को पहले जाने दें उनके साथ कॉम्पिटीशन ना करें।
  • एक निश्चित गति से गाड़ी चलाएं।
  • बाइक चलाते समय फोन अथवा साथी से बात ना करें।
  • कानों में हेडफोन लगाकर कभी भी दुपहिया वाहन ना चलाएं।

4. हाईवे के लिए ट्रैफिक नियम

  • जिस सड़क पर दो या दो से अधिक रोड लेन होती है उसे हाईवे कहते है।
  • प्रत्येक हाईवे के लिए कुछ अलग नियम होते है।
  • प्रत्येक हाईवे की न्यूनतम तथा अधिकतम गति सीमा अलग अलग होती है उसका विशेष ध्यान रखें।
  • हाईवे पर दिए गए रोड चिन्हों का पालन जरुर करें।
  • सड़क से बाएं या दाएं मुड़ने से पहले गाड़ी का इंडिकेटर जरूर ऑन करें। लेफ्ट में मुड़ना हो तो लेफ्ट इंडिकेटर और राइट में मुड़ना हो तो राइट इंडिकेटर।
  • अगर ड्राइवर को थोड़ा आगे जाकर बाएं मुड़ना हो तो two लेन और four लेन हाईवे पर पहले ही अपनी कार को लेफ्ट साइड में कर ले।
  • अगर ड्राइवर को थोड़ा आगे जाकर दाएं मुड़ना हो तो two लेन और four लेन हाईवे पर पहले ही अपनी कार को राइट साइड में कर ले।
  • अगर आगे कोई चौराहा, रेलवे फाटक, पैदल क्रॉसिंग आदि है तो पहले ही अपने वाहन की गति धीमी करें।
  • हाईवे पर गाड़ी ख़राब होने पर गाड़ी एक एक साइड में खड़ी करके उसका Hazard लैंप जरुर चालू कर दे।

5. भारी वाहनो के लिए ट्रैफिक नियम

  • भारी वाहन जैसे ट्रक, ट्रैक्टर आदि को कभी भी इतना ओवर लोड ना करे की गाड़ी के पीछे की नंबर प्लेट ही ना दिखाई दे।
  • भारी वाहनों को केवल रात में ही ट्रेवल करने की इज़ाज़त होती है।
  • अपने वाहन को सही जगह देखकर ही पार्क करे सड़क के किनारे पार्क ना करें।
  • गाड़ी चलाते समय अपने सामने वाले वाहन से निश्चित दूरी बनाकर रखें।
  • जब कोई दूसरा वाहन आपके वाहन को ओवरटेक करे तो अपनी स्पीड ना बढ़ाएं।
  • U-टर्न लेने से पहले साइड मिरर में पीछे की तरफ जरूर देखें तथा इंडिकेटर जरुर दे।
  • गाड़ी को सड़क किनारे खड़ी करने से पहले Hazard लैंप ऑन कर दें।
  • अगर आपके सामने चलने वाली गाड़ी के राइट blinkers ऑन हो तो ही लेफ्ट साइड से ओवरटेक करें।
  • एंबुलेंस तथा फायरबिग्रेड जैसे इमरजेंसी सेवाओं वाले वाहनों को हमेशा साइड दें। इन गाड़ियों को साइड देने के लिए अपने वाहन को सड़क के लेफ्ट साइड में चलाएं।

6. Night में गाड़ी चलाने के ट्रैफिक नियम

  • रात में गाड़ी चलाते हुए कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना होता है।
  • रात में अपनी गाड़ी को हमेशा अंदर से लॉक करके रखें ताकि आप किसी भी प्रकार की लूट-पाट से बच सकें।
  • रात में गाड़ी चलाने से पहले चेक कर ले कि आपकी गाड़ी की सभी लाइट सही काम कर रही है या नहीं।
  • रात के समय अपनी गाड़ी की हेड लाइट ऑन रखें तथा सामने से कोई गाड़ी आये तो लाइट को डाउन कर ले।
  • अगर बड़ी गाड़ी जैसे बस, ट्रक हो तो पीछे की साइड में रेडियम की पट्टी भी लगा सकते है जिससे पीछे वाली गाड़ी को आपकी गाड़ी दूर से ही नजर आ जाती है।
  • रात में गाड़ी चलाते समय इंडिकेटर का यूज़ जरुर से करे क्योंकि रात में visibility कम होती है।
  • ओवरटेक बहुत ही सोच समझ कर करे क्योंकि गाड़ियों की लाइट में सामने वाली गाड़ी कितनी दूर है इसका पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है।

सड़क पर 64 ट्रैफिक Sign बोर्ड तथा उनका मीनिंग traffic signs in hindi hd images

traffic rules in hindi में बताने के अब मैं आपको ट्रैफिक sign बोर्ड (यातायात के चिन्ह हिंदी में नाम) के बारे में पूरी जानकारी दूँगा।

Traffic Rules in hindi

1. Red Light (लाल लाइट)

  • चौराहों पर ट्रैफिक लाइट्स का इस्तेमाल ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है।
  • रेड लाइट का मतलब है कि चौराहे पर आपको रुकना है। 

2. Yellow Light (पीली लाइट)

  • येलो लाइट का मतलब रुकने के लिए तैयार होना है।
  • रेड लाइट होने से कुछ सेकंड पहले येलो लाइट ऑन होती है।
  • यह लाइट ड्राइवर को सावधान करने के लिए होती है।

3. Green Light (हरी लाइट)

  • इसका मतलब अब ट्रैफिक खुल गया है आप आगे बढ़ सकते है।
  • प्रत्येक लाइट एक निश्चित समय के लिए ही ऑन रहती है।
  • उसी समय में आपको रुकना अथवा चलना होता है

4. No Entry (प्रवेश निषेध)

  • इसका मतलब है कि वाहन को इस सड़क पर आगे जाने की अनुमति नहीं है किसी और रास्ते से होकर जाए।

5. Giveaway

  • इसका मतलब है कि आपको इस सड़क पर दूसरे वाहनों को रास्ता देना है।
  • जहां पर भी यह sign दिखे वहा अपने वाहन को धीमा कर ले और सावधानी पूर्वक चलाए।

6. Stop (रुकिए)

  • स्टॉप साइन का मतलब होता है कि आपको यहाँ रुकना ही है।
  • यह sign बोर्ड पर अथवा सड़क पर भी लिखा हो सकता है।
  • जहां भी ऐसा दिखे अपनी गाड़ी को रोककर चारों तरफ देखें जब रास्ता साफ हो तभी आगे बढ़े।

7. one way (एक तरफ़ा रास्ता)

  • इसका मतलब होता है कि सड़क पर गाड़ियां सिर्फ जा सकती हैं वापस नहीं आ सकती।
  • भीड़भाड़ वाले मार्केट में या संकरी सड़क पर यह sign देखने को मिलता है।
  • आपको वापस किसी दूसरे से दूसरे रास्ते से आना होगा।

8. one way (एक तरफा रास्ता)

  • इसका मतलब होता कि इस सड़क पर गाड़ी जा नहीं सकती सिर्फ आ सकती है।
  • ये दोनों sign एक ही सड़क के दोनों किनारों पर लगे होते हैं पहला एक किनारे पर तथा दूसरा दूसरे किनारे पर।

9. No Vehicle in both direction (दोनों तरफ वाहन जाना मना है)

  • इसका मतलब है कि इस सड़क पर ना तो वाहन आ सकते हैं और ना ही जा सकते हैं।
  • यह sign पर्सनल कॉलोनी में देखने को मिल सकता है।
  • तथा उस स्थान पर जहां सड़क का काम चल रहा है।

10. no entry for cycles (साईकिल का प्रवेश निषेध)

  • इसका मतलब साइकिल का प्रवेश वर्जित है।
  • कुछ बड़े-बड़े हाईवे होते हैं जहां पर वाहन तेज गति से चलते हैं वहां इसका इस्तेमाल किया जाता है।

11. No entry for goods vehicle (माल वाहक गाड़ी का प्रवेश निषेध)

  • इसका मतलब सामान वाला गाड़ी का जाना वर्जित है।
  • मार्केट में यह sign देखने को मिलता है।
  • क्योंकि वहां गलियों में गाड़ी खड़ी करने की जगह नहीं होती।

12. No entry for pedestrian (पैदल यात्री का जाना मना है)

  • इसका मतलब है पैदल यात्रियों का यहां से सड़क क्रॉस करना मना है।
  • सड़क क्रॉस करने के लिए उन्हें फ्लाईओवर अथवा अंडर पास का प्रयोग करना होगा।
  • ज्यादा ट्रेफिक वाली सड़क पर ऐसा देखने को मिलता है।

13. No entry for bullock cart (छकड़ा गाड़ी का प्रवेश निषेध)

  • इसका मतलब किसी भी बैलगाड़ी का प्रवेश वर्जित है।
  • एकदम खड़ी चढ़ाई वाली सड़क तथा पुलिया पर यह sign देखने को मिलता है।

14. No entry for hand Carts (हाथ वाली गाड़ी का प्रवेश निषेध)

  • हाथ से चलने वाली गाड़ी का प्रवेश वर्जित है।
  • चढ़ाई अथवा ढलान वाली सड़कों पर इस sign का इस्तेमाल किया जाता है।

15. No entry for motor vehicles (गाड़ियों का प्रवेश निषेध)

  • सभी प्रकार की गाड़ियों का प्रवेश वर्जित है।
  • यह sign मार्केट में देखने को मिलता है जहां की गलियां संकरी होती है वहां सिर्फ पैदल व्यक्ति ही जा सकते हैं।

16. Height limit (हाइट लिमिट)

  • इसका मतलब 3.5 मीटर से ज्यादा हाइट वाले वाहनो का प्रवेश वर्जित है।
  • यह sign बोर्ड रेलवे अंडरपास से पहले देखने को मिलता है।

17. Weight limit (वजन लिमिट)

  • इसका मतलब 5 टन से भारी वाहन का प्रवेश वर्जित है।
  • यह sign किसी पुराने पुल तथा गली मोहल्ला जहां सड़क के नीचे सीवरेज की लाइन बिछी होती है वहां देखने को मिलता है।

18. Length limit (लम्बाई लिमिट)

  • 10 मीटर से ज्यादा लंबाई वाले वाहनों का प्रवेश वर्जित है।
  • कुछ सड़कों पर मोड ऐसे होते हैं जहां लंबी गाड़ियां घूम नहीं पाती है इसलिए यह sign लगाया जाता है।

19. No left turn (नो लेफ्ट टर्न)

  • इसका मतलब आपको लेफ्ट टर्न नहीं लेना है या तो सीधे जाए अथवा राइट टर्न ले।

20. No right turn (नो राईट टर्न)

  • इसका मतलब आपको राइट टर्न नहीं लेना है या तो सीधे जाए अथवा लेफ्ट टर्न ले।

21. No overtaking (ओवरटेक निषेध)

  • इसका मतलब है की इस सड़क पर ओवरटेक करना मना है।
  • यह sign घुमावदार रास्तों तथा पहाड़ी रास्तों पर देखने को मिलता है क्योंकि ऐसे रास्तों पर सामने से आने वाली गाड़ी दिखाई नहीं देती।

22. Maximum speed limit (अधिकतम गति सीमा)

  • इसका मतलब है इस सड़क पर अधिकतम स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा है।
  • इससे ज्यादा होने पर आपका चालान काटा जा सकता है।
  • अलग अलग रोड पर स्पीड लिमिट अलग-अलग होती है।

23. Horn prohibited (हॉर्न वर्जित)

  • इसका मतलब यहां हॉर्न बजाना मना है।
  • हॉस्पिटल, स्कूल, कॉलेज तथा रेसिडेंसियल कॉलोनियों में यह sign देखने को मिलता है।

24. And of all restrictions (सभी नियमों का समापन)

  • इसका मतलब है कि इस सड़क पर कोई पाबंदी नहीं है।
  • लेकिन आपको ट्रैफिक के नियमों का पालन करते हुए गाड़ी चलानी है।

25. No parking (नो पार्किंग)

  • इसका मतलब आपको यहां वाहन को पार्क नहीं करना है।
  • मार्केट, पब्लिक प्लेस तथा किसी घर के सामने आपको यह sign देखने को मिल सकता है।

26. Not stopping (नो स्टॉपिंग)

  • इसका मतलब है कि इस सड़क पर आपको वाहन रोकना नहीं है।
  • बड़े-बड़े हाईवे तथा ब्रिज पर यह sign देखने को मिलता है।

27. Straight ahead (सीधे जाएँ)

  • इसका मतलब आपको सीधे जाना है।

28. Turn left (बाये मुड़े)

  • इसका मतलब अब बाए मुड़ना है।

29. Turn right (दांये मुड़े)

  • इसका मतलब अब दाएं मुड़ना है।

30. Turn left ahead (आगे बांये मुड़े)

  • इसका मतलब आगे जाकर बाएं मुड़ना है।

31. Turn right ahead (आगे दायें मुड़े)

  • इसका मतलब आगे जाकर दाएं मुड़ना है।

32. Turn left or straight ahead (बांये मुड़े या सीधे जाए)

  • इसका मतलब आगे से बाएं से मुड़े या सीधे जाए।

33. Turn right or straight ahead (दायें मुड़े या सीधे जाएँ)

  • इसका मतलब आगे से दाएं से मुड़े या सीधे जाए।

34. Keep left (बांये चले)

  • सड़क के left साइड में ही गाड़ी चलाएं।

35. Cycle track (साइकिल ट्रैक)

  • इसका मतलब यहां सिर्फ साइकिल चलाना ही allow है।
  • इस पर आप मोटरसाइकिल तथा स्कूटी भी नहीं चला सकते।

Traffic Warning sign rules in hindi

traffic rules in hindi में अब मैं आपको Warning ट्रैफिक sign बोर्ड के बारे में पूरी जानकारी दूँगा

36. Left curve (बांये घुमाव)

  • इसका मतलब आगे बाईं तरफ घुमावदार सड़क है।
  • यह साइन हाईवे तथा पहाड़ों पर देखने को मिलता है।

37. Right Curve (दांये घुमाव)

  • इसका मतलब आगे दाहिनी तरफ घुमावदार सड़क है।
  • इसका मतलब होता है की कृपया ओवरटेक ना करें अपनी लाइन में ही चले।

38. Steep descent (ढलान)

  • आगे सीधा ढलान है।
  • पहाड़ी रास्तों पर यह देखने को मिलता है।
  • ढलान में गाड़ी हमेशा सेकंड या थर्ड गियर में ही चलाए।

39. Steep ascent (चढाई)

  • इसका मतलब आगे खड़ी चढ़ाई है।
  • सामने वाले वाहन से दूरी बनाकर रखें।
  • आगे भारी गाड़ी जैसे ट्रक या बस हो तो थोड़ी देर के लिए रुक जाये।

40. Narrow Road (संकरी रोड)

  • इसका मतलब आगे चलकर सड़क संकरी हो जाएगी।

41. Uneven Road

  • इसका मतलब है कि आगे सड़क उबड़ खाबड़ है कृपया गाड़ी की रफ्तार कम कर ले।
  • ऐसी सड़क पर भारी-भरकम सामान वाली गाड़ियों को धीरे धीरे चलाना चाहिए तथा सही सड़क आने पर अपना सारा सामान एक बार चेक कर ले।

42. Road hump (स्पीड ब्रेकर)

  • इसका मतलब है कि आगे स्पीड ब्रेकर है।
  • चौराहे, स्कूल, कॉलेज, मार्केट की गलियों में आपको यह sign देखने को मिल जायेगा।
  • यह sign गाड़ी की गति कम करवाने के लिए होता है।

43. Dip (गड्डा)

  • इसका मतलब आगे रोड में गहरा गड्ढा है कृपया गाड़ी को धीरे कर ले।

44. Slippery Road (फिसलन भरी रोड)

  • इसका मतलब आगे फिसलन भरी सड़क है।
  • अगर कहीं ऑयल का कोई टैंकर पलट जाए तो वहां कुछ दिनों के लिए इस sign का इस्तेमाल किया जाता है।

45. Loose gravel (सड़क पर कंकरीट)

  • इसका मतलब आगे सड़क के छोटे पत्थर निकले हुए हैं।
  • इन छोटे पत्थरो पर गाड़ी फिसलने के चान्सेस बहुत ज्यादा होते हैं इसलिए गाड़ी की स्पीड कम कर ले।

46. Falling rocks (चट्टान गिरने का खतरा)

  • पहाड़ी क्षेत्रों में यह sign देखने को मिलता है।
  • इसका मतलब होता है कि आगे सड़क पर पहाड़ी से पत्थर गिर सकते हैं इसलिए ध्यान से गाड़ी चलाएं।
  • बरसात के दिनों में ऐसा अधिक होता है।

47. Pedestrian crossing (पैदल यात्री क्रासिंग)

  • इसका मतलब आगे पैदल जाने वाले राहगीरों का रास्ता है।
  • यह sign स्कूल तथा कॉलेज तथा चौराहों पर देखने को मिलता है।

48. School (स्कूल)

  • इसका मतलब आगे स्कूल है कृपया गाड़ी ध्यान से चलाएं।
  • स्कूल के सामने छोटे बच्चे दौड़कर सड़क पर आ सकते हैं।

49. Cyclist (साइकिल चालक)

  • इसका मतलब है कि आगे साइकिल चालक मिल सकते हैं इसलिए गाड़ी कृपया ध्यान से चलाएं।

50. Cattle (पशु)

  • कुछ स्थानों पर गाय तथा भैसों की भीड़ हमेशा होती है।
  • यह भीड़ किसी गांव के स्टैंड, गौशाला के नजदीक हो सकती है।
  • इस कारण गाड़ी चालकों को आगाह करने के लिए इस sign का प्रयोग किया जाता है।

51. Roadworks (सड़क निर्माण)

  • जहां पर रोड का निर्माण कार्य चल रहा होता है वहां इस sign का प्रयोग किया जाता है।

52. Crossroads (क्रॉस रोड)

  • चौराहे से पहले यह sign देखने को मिलता है।

53. Side Road Junction (साइड रोड जंक्शन)

  • जंक्शन वह स्थान होता है जहां दो या दो से अधिक सड़क एक जगह पर मिलती है।
  • ये जंक्शन कई प्रकार के होते हैं जैसे Y जंक्शन, T जंक्शन आदि।

54. Roundabout (चोराहा)

  • इसका मतलब होता है की आगे चौराहा है गाड़ी ध्यान पूर्वक चलाये।

55. Guarded level crossing ahead (रेलवे फाटक)

  • इसका मतलब होता है कि आगे रेलवे फाटक है जिस पर गार्ड तैनात है।
  • फाटक बंद होने पर ट्रैफिक हो सकता इसलिए गाड़ी धीरे चलाएं।

56. Unguarded level crossing ahead (रेलवे फाटक)

  • इसका मतलब होता है कि आगे रेलवे फाटक है लेकिन उस पर कोई गार्ड तैनात नहीं है।
  • इसलिए रेलवे फाटक पार करने से पहले रुक कर दोनों दिशा में देखें फिर फाटक पार करें।

57. Level crossing countdown marker

  • रेलवे क्रॉसिंग से निश्चित दूरी पहले यह sign लगाया जाता है।
  • दो लाइन का मतलब है कि रेलवे crossing थोड़ी दूरी पर है तथा एक लाइन का मतलब है कि रेलवे क्रॉसिंग आने वाली है।

सूचनात्मक Sign traffic rules in hindi

58. Parking (पार्किंग)

  • यहां वाहन पार्क कर सकते हैं।

59. Bus stop (बस स्टैंड)

  • इसका मतलब यहां बस स्टॉप है।
  • कुछ बस स्टॉप पर सिर्फ सरकारी तथा सिटी बसें ही रुकती है तथा कुछ जगहों पर सरकारी तथा प्राइवेट दोनों तरह की बसें रुकती है।

60. First aid post (फर्स्ट ऐड पोस्ट)

  • इसका मतलब यहां हॉस्पिटल है।

61. Telephone (टेलीफोन बूथ)

  • पुराने जमाने में यह sign STD बूथ के लिए काम में लिया जाता था।

62. Filling station (पेट्रोल पंप)

  • पेट्रोल पंप के लिए यह sign होता है।

63. Hotel (होटल)

  • होटल के लिए यह sign काम में लिया जाता है।

64. Restaurant (रेस्टोरेंट)

  • यहाँ खाना खाने के लिए रेस्टोरेंट है।

तो ये थे भारत के यातायात के नियम तथा उन 64 चिन्ह का मतलब जो आपको रोड के किनारे पर देखने को मिलते है मुझे उम्मीद है कि traffic rules in hindi के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी

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6 thoughts on “ यातायात के 64 नियम, चिन्ह, चालान रेट | Traffic rules in hindi ”

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मुझे आपका लेख बहुत अच्छा लगा मैं रोज़ आपका ब्लॉग पढ़ना चाहती हूँ। आप बहुत अच्छा काम करे हो..

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आपने बहुत अच्छे तरीके से समझाया है आपका बहुत बहुत धन्यवाद..!

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bahot badhiya sir. Well explained.

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Thanks, Kishan

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Sir rok shamapti sain ki tarah ek sain jisme black background or white aadi rekha to vo sain kya batata h

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बहुत ही अच्छा explain kiya Aapne Thank you very much

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भारत में यातायात के 18 महत्वपूर्ण नियम (चित्र सहित) | New Traffic Rules in Hindi

जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार में हर समय सुरक्षा बनाए रखना बहुत जरूरी है, खासकर चाहे हम पैदल चल रहे हों या सड़क पर गाड़ी चला रहे हों, दोनों महत्वपूर्ण है। सड़क पर वाहन चलाने के लिए ट्रेफिक रुल्स को फॉलो करना बहुत जरूरी है।

भारत में ट्रेफिक के रुल्स काफी लचीले है, लेकिन फिर भी यह सड़क पर वाहन को ड्राइव करने के लिए अच्छी तरह से निर्देशित करते हैं। लेकिन क्या आप ट्रेफिक के सभी नियम जानते हैं।

सड़क पर लाखों वाहनों वाले भारत जैसे देश में अच्छे यातायात प्रवाह के लिए यातायात कानून और नियम महत्वपूर्ण हैं। भारत में सड़क पर वाहनों की भारी संख्या ट्रेफिक रुल्स के महत्व को बढ़ाती है।

भारत में कानून उतने सख्त नहीं हैं, लेकिन एक अधिनियम है जो विशेष रूप से यातायात से संबंधित प्रावधान प्रदान करता है। आइये इस लेख में इस पर चर्चा करें!

भारत में ट्रेफिक रुल्स सड़क पर सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। लेकिन दुख की बात है कि भारतीय सड़कें अभी भी सुरक्षित नहीं हैं। सड़कों पर गाड़ी चलाना नर्क की ओर गाड़ी चलाने के समान है।

हैरानी की बात यह है कि ज्यादातर समय दुर्घटनाएं यातायात नियमों के प्रति जागरूकता की कमी के कारण होती हैं। सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत में यातायात नियमों और विनियमों को जानना महत्वपूर्ण है।

भारत में यातायात नियम और कानून नागरिकों की रुचि और जीवनशैली के अनुसार बनाए गए हैं। हालाँकि, सभी नियमों को हर समय याद रखना इतना आसान नहीं है, लेकिन असंभव भी नहीं है।

ट्रेफिक रुल्स की आवश्यकता क्यों है?

भारतीय सड़कों पर दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की गिनती दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। 2017 में प्रकाशित राष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार, देश में सड़क दुर्घटनाओं के कारण हर दस मिनट में तीन लोगों की मौत होती है।

परिणामस्वरूप, एक दिन में होने वाली मौतों की संख्या हर दिन दुर्घटनाग्रस्त होने वाले एक विशाल जेट के बराबर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत सबसे अधिक दुर्घटनाओं वाले देशों की सूची में टॉप पर है (2013 में प्रकाशित रिपोर्ट)।

भारतीय राज्य – महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश हर साल सबसे अधिक दुर्घटनाओं के साथ टॉप स्थान पर हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ड्राइविंग सिग्नल के बारे में जागरूकता की कमी और अप्रभावी कानून इन दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं।

हमारे देश की सड़कों पर इतनी अधिक संख्या में घातक दुर्घटनाओं के पीछे शराब पीकर वाहन चलाना, वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग न करना व अन्य प्रमुख कारण हैं।

लोग सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना पसंद नहीं करते हैं और सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करके अपने और दूसरों के जीवन को खतरे में डालते हैं।

दरअसल सभी नागरिकों के बीच यातायात नियमों के प्रति जागरूकता का स्तर बढ़ाना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण ट्रेफिक रुल्स हैं जिनका भारतीय सड़कों पर गाड़ी चलाते समय हर किसी को पालन करना चाहिए।

भारत में ट्रेफिक रुल्स का महत्व

भारत एक ऐसा देश है जहां सड़क पर लाखों वाहन चलते हैं, और यातायात के सुचारू संचालन के लिए ट्रेफिक रुल्स बहुत जरूरी हैं। भारत में सड़क पर वाहनों की भारी संख्या के कारण यातायात नियमों का महत्व बढ़ जाता है। यहां वे कारण बताए गए हैं कि भारत में यातायात नियम और कानून इतने महत्वपूर्ण क्यों हैं।

  • यातायात और सड़क सुरक्षा नियम यातायात के सुचारू प्रवाह में सहायता करते हैं
  • यातायात नियम और विनियम सड़कों को पैदल चलने वालों, साइकिल चालकों और मोटर चालकों के लिए सुरक्षित बनाते हैं।
  • यातायात नियम सड़क दुर्घटनाओं और सड़क पर टकराव के कारण होने वाली मौतों को कम करने में मदद करते हैं।
  • यह सड़क का यूज करने वालों को गाड़ी चलाते समय या सड़क पर चलते समय अनुशासित रहने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • यातायात नियम सड़क पर अवैध गतिविधियों (जैसे रेसिंग) पर अंकुश लगाते हैं।
  • यातायात नियम सड़क पर वाहनों के अनधिकृत उपयोग या दुरुपयोग को रोकने और कम करने में सहायता करते हैं।
  • ये नियम सड़क पर खतरनाक ड्राइविंग और ओवरस्पीडिंग जैसे अपराधों को रोकने में मदद करते हैं।

भारत में नए यातायात के 18 महत्वपूर्ण नियम

Traffic rules in hindi

हलचल भरे शहरों से लेकर शांत ग्रामीण इलाकों तक, भारत की सड़कें विविध ड्राइविंग अनुभव प्रदान करती हैं। हालाँकि, सुरक्षित और तनाव मुक्त यात्रा का आनंद लेने के लिए, देश के ट्रेफिक रुल्स को जानना और उनका पालन करना महत्वपूर्ण है।

यहां उन आवश्यक नियमों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है जिन्हें प्रत्येक ड्राइवर को स्पीड लिमिट और ओवरटेकिंग नियमों के बारे में ध्यान में रखना चाहिए। इन नियमों के बारे में अधिक विवरण नीचे पढ़ें।

1. अपने वाहन को बायीं ओर चलाएं

दोतरफा सड़क पर हमेशा अपने वाहन को बायीं ओर सटाकर रखें और विपरीत दिशा के वाहनों को दायीं ओर से गुजरने दें। इसी तरह एकल मार्ग वाली सड़क पर अन्य वाहनों को अपनी दाहिनी ओर से ओवरटेक करने दें।

2. बाएँ और दाएँ मुड़ना

जब आप अपने वाहन को बायीं ओर मोड़ रहे हों, तो बायीं ओर की लेन लें या बायीं ओर रहें। गति धीमी करके अपने वाहन को बायीं ओर मोड़ें। एक बार जब आप सड़क के बाईं ओर मुड़ गए, तो उसी तरफ बने रहें।

दो-तरफ़ा सड़क पर अपने वाहन को दाईं ओर मोड़ने के लिए, आपको पहले अपने वाहन को मध्य लेन पर ले जाना चाहिए और फिर सावधानी से, अपने वाहन को बाईं ओर रखते हुए दाईं ओर मुड़ना चाहिए।

यदि यह एक-तरफ़ा सड़क है, तो बस दाईं ओर वाली लेन पर आएँ और दाईं ओर मुड़ें और फिर सावधानी से बाईं लेन पर जाएँ। इस तरह से आपको बहुत ही सावधानी से अपने वाहन को मोड़ना होगा।

3. “यू” टर्न

यदि आप ऐसी सड़क पर हैं जहां “यू” टर्न की अनुमति है, तो आपको पहले अपने वाहन की गति धीमी करनी चाहिए, पीछे आने वाले वाहन को रियर-व्यू मिरर में देखें और जब आपको यह सुरक्षित लगे तो मुड़ें।

हालाँकि व्यस्त सड़कों पर “यू” टर्न निषिद्ध है, आप अतिरिक्त सावधानियों के साथ केवल वहीं टर्न ले सकते हैं जहाँ इसकी अनुमति है। भारत में ट्रेफिक रुल्स के अनुसार आप कहीं पर भी अपने वाहन को मोड़ नहीं सकते हैं।

4. ओवरटेक करना और पास करना

अचानक ओवरटेक करने या पास करने से सड़क पर चल रहे अन्य वाहनों को परेशानी हो सकती है। हमेशा दाहिनी ओर से अन्य वाहनों को ओवरटेक करें या उन्हें पास होने दें।

घुमावदार क्षेत्र में जहां सड़क का सामने का दृश्य स्पष्ट नहीं होता, वहां ओवरटेक करना वर्जित है क्योंकि इससे वाहनों की टक्कर हो सकती है। जब कोई अन्य वाहन पहले से ही आपके वाहन को ओवरटेक कर रहा हो तो आपको ओवरटेक नहीं करना चाहिए।

यहां तक कि आप सुरक्षित रूप से आगे निकलने के लिए सामने वाले ड्राइवर के सिग्नल का इंतजार भी कर सकते हैं। यदि दूसरा वाहन ओवरटेक कर रहा है, तो कभी भी दूसरे को ओवरटेक करने या आगे निकलने से रोकने के लिए अपनी गति न बढ़ाएं।

5. चौराहों और उसके आसपास ड्राइविंग

चौराहों पर पहुंचते समय आपको अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। उन लोगों को सही रास्ते पर जाने दें जो पहले से ही विशेष लेन पर गाड़ी चला रहे हैं या जो वाहन सड़क के दाईं ओर से गुजर रहे हैं।

किसी चौराहे पर बायीं ओर मुड़ते समय आपको अपनी बायीं ओर नजर रखनी चाहिए। मोड़ लेने से पहले, सुरक्षित मोड़ लेने के लिए अपने पीछे के मिरर में पास के वाहनों पर नज़र डालें।

छोटे वाहनों को देखने में अतिरिक्त सावधानी बरतें, खासकर जब आप अपना वाहन मोड़ रहे हों। आपको चौराहे के सिग्नल का ध्यान रखना चाहिए और लाल सिग्नल होने पर रुकना चाहिए।

यदि हरा सिग्नल है, तो अपने वाहन को किसी चौराहे से सीधे गुजारने से पहले बाएँ और दाएँ अवश्य देखें। आपको पैदल चलने वालों पर भी नज़र रखनी चाहिए और अगर ज़ेबरा क्रॉसिंग पर पहले से ही कोई मौजूद है तो उसे रास्ता देना चाहिए।

6. आपातकालीन वाहन

आपको हमेशा सभी आपातकालीन वाहनों जैसे फायर ब्रिगेड और आपदा सेवा परिवहन प्रणाली, एम्बुलेंस, पुलिस आदि को रास्ता देना चाहिए। आपातकालीन वाहन को रास्ते देना रुल्स और इंसानियत के नाते से सही है।

7. इंडिकेटर का उपयोग करना

सड़क पर अपनी अगली चाल का संकेत देने के लिए टर्न सिग्नल (इंडिकेटर लाइट) का उपयोग करना बेहद महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए यदि आप अगले चौराहे पर दाएं मुड़ना चाहते हैं, तो पहले से टर्न सिग्नल का उपयोग करें और फिर वाहन को धीमा कर दें। यह अनावश्यक भ्रम और टकराव से बचने में मदद करता है।

दोपहिया वाहन चालकों के लिए टर्न सिग्नल महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे टकराव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। इसलिए, सड़क पर सुरक्षित रहने के लिए हमेशा टर्न सिग्नल इंडिकेटर्स का उपयोग करें।

तो इस तरह आपको दूसरे वाहनों को सिग्नल देने के लिए इंडिकेटर का उपयोग करना चाहिए। यदि आपके वाहन का इंडिकेटर टूट जाता है, तो दूसरों को चेतावनी देने के लिए हाथ के सिग्नल का उपयोग करें;

  • अपना वाहन मोड़ते समय
  • इसे धीमा करते समय
  • दाहिनी ओर से ओवरटेक करते समय
  • जब दूसरे वाहन को अपने वाहन से आगे निकलने दे रहे हों

8. अपने वाहन को पार्क करना और रोकना

इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि जब भी आप अपनी कार पार्क करें तो उससे दूसरों को परेशानी न हो या सही तरीके से पार्क की जाए, नहीं तो ट्रैफिक पुलिस उसे उठाकर अपने साथ ले जा सकती है।

9. अपने वाहन को रिवर्स करना

भारत में ट्रेफिक रुल्स बहुत विस्तृत हैं। जब भी आप अपना वाहन रिवर्स ले जाएं, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह दूसरों को किसी भी तरह की परेशानी के बिना सही ढंग से चल रहा हो।

10. महत्वपूर्ण दस्त्तावेज

भारतीय सड़कों पर वाहन चलाते समय आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC), वाहन बीमा, परमिट, प्रदूषण आदि होना चाहिए। अगर आप ट्रैक्टर या मालवाहक गाड़ी चला रहे हैं तो आपके पास परमिट और अन्य दस्तावेज होने जरूरी हैं।

11. स्पीड लिमिट

स्पीड लिमिट वाहन को चलाने की स्पीड है। ये लिमिट सभी रोड यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने और तेज़ गति के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए लगाई गई हैं।

चाहे आप कार चला रहे हों या दोपहिया वाहन चला रहे हों, हमेशा उस सड़क की स्पीड लिमिट का पालन करें। कभी भी ओवरस्पीड न करें क्योंकि इससे आप वाहन पर नियंत्रण खो सकते हैं और दुर्घटना हो सकती है। विशेषकर राजमार्गों पर स्पीड लिमिट साइन बोर्डों पर हमेशा नजर रखें।

12. ओवरटेकिंग करना

दूसरी ओर ओवरटेकिंग नियम ऐसे दिशानिर्देश हैं जो यह निर्धारित करते हैं कि सड़कों पर ओवरटेकिंग की अनुमति कब और कैसे दी जाए। इन नियमों का उल्लंघन करने पर दुर्घटनाएं हो सकती हैं और गंभीर दंड का सामना करना पड़ता है।

13. शराब पीकर वाहन चलाना

नशे में गाड़ी चलाना भारतीय सड़कों पर दुर्घटनाओं और मौतों का एक महत्वपूर्ण कारण है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों को रोकने के लिए सरकार ने सख्त कानून बनाए हैं।

शराब पीकर गाड़ी चलाना सड़कों पर दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है। इसलिए कभी भी नशे की हालत में वाहन न चलाएं। इससे न सिर्फ आपको बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों को भी नुकसान होता है।

शराब आपकी निर्णय लेने की क्षमता में बाधा डालती है। इसलिए आपके वाहन पर नियंत्रण खोने की संभावना अधिक है। इसलिए यदि आपने शराब का सेवन किया है तो हर कीमत पर गाड़ी चलाने से बचें।

14. सीट बेल्ट लगाना

इसी तरह सीट बेल्ट कानूनों के तहत ड्राइवरों और यात्रियों को गाड़ी चलाते समय या वाहन में सवार होते समय सीट बेल्ट पहनने की आवश्यकता होती है। ये कानून वाहन में बैठे लोगों की सुरक्षा और दुर्घटना की स्थिति में चोट के जोखिम को कम करने के लिए बनाए गए हैं।

गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन ध्यान भटकाने वाली सबसे बड़ी चीजों में से एक होता है। इससे आपकी नज़रें सड़क से हट जाती हैं और गाड़ी चलाते समय ऐसा करना खतरनाक होता है। जब आप वाहन चला रहे हों या दोपहिया वाहन चला रहे हों तो कभी भी फोन पर बात या टेक्स्ट न करें।

15. मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरण का उपयोग

भारतीय सड़कों पर ध्यान भटकाकर गाड़ी चलाना एक बढ़ती चिंता का विषय है। मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बढ़ते उपयोग के कारण, वाहन चालकों का गाड़ी चलाते समय ध्यान भटकने की संभावना अधिक होती है।

सरकार ने विचलित ड्राइविंग के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने के लिए ड्राइविंग करते समय मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून और नियम पेश किए हैं।

16. ट्रैफिक लाइट के नियम

ट्रैफिक लाइटें चौराहों, तिराहों और ज़ेबरा क्रॉसिंग पर यातायात के सुचारू प्रवाह को सक्षम करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। ट्रैफिक सिग्नल नियमों का पालन यह सुनिश्चित करता है कि सड़क दुर्घटनाएं न हों या न्यूनतम हों।

एक वाहन चालक के रूप में हमेशा लाल बत्ती पर रुकें। ऐसा न करने पर रेड लाइट जंप का जुर्माना लग सकता है। साथ ही जेब्रा क्रॉसिंग पर पैदल यात्रियों के लिए रास्ता दें। चौराहे पर तभी पार करें जब बत्ती हरी हो। यही नियम साइकिल चालकों पर भी लागू होते हैं।

17. “नो एंट्री” क्षेत्र के नियम

कभी भी “नो एंट्री” क्षेत्र में प्रवेश न करें क्योंकि इससे गंभीर दुर्घटनाएँ हो सकती हैं। ऐसे जोन यातायात की एक तरफा आवाजाही के लिए बनाए जाते हैं। यदि आप उस क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, तो आप आने वाले ट्रैफ़िक से टकरा सकते हैं। इसलिए अपने वाहन को कभी भी “नो एंट्री” क्षेत्र में न चलाएं।

18. लेन रुल्स

लेन अनुशासन का पालन करना महत्वपूर्ण है, विशेषकर यातायात-भीड़ वाली सड़कों पर। चाहे आप कार चलाएं या बाइक चलाएं, अचानक लेन में बदलाव न करें। यदि आप लेन बदलना चाहते हैं, तो टर्न सिग्नल का उपयोग करें और सुरक्षित होने पर ही अपने वाहन को मोड़ें।

इसके अलावा बाईं ओर से वाहनों को ओवरटेक करने से बचें और यदि आपको किसी वाहन को ओवरटेक करने की आवश्यकता हो तो दाईं ओर की लेन पर बने रहें।

उपरोक्त सभी और कई अन्य ट्रेफिक रुल्स और संकेतों का पालन करना हर किसी की जिम्मेदारी है। यातायात नियमों के महत्व को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हम सभी को इनका पालन करना होगा क्योंकि ये सड़क सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।

हालाँकि भारतीय कैबिनेट ने मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक 2016 पारित कर दिया है, जिसे कई राज्यों में यातायात उल्लंघन के खिलाफ अतिरिक्त दंड और दंड के साथ लागू किया गया है।

भारत में नए यातायात नियमों के अनुसार तेज गति से गाड़ी चलाने, शराब पीकर गाड़ी चलाने, रेड लाइट जंप करने, सुरक्षा गियर से बचने, गलत तरीके से ओवरटेक करने, लेन का पालन न करने और रेड लाइट जंप करने आदि पर भारी जुर्माना लगाया जाता है। इसलिए हमेशा शांत रहें और सुरक्षित ड्राइव करें!

ट्रेफिक सिग्नल लाइट रुल्स

traffic signal light color meaning

ट्रेफिक सिग्नल्स के बिना, सड़क पर वाहनों की संख्या को देखते हुए अच्छे से वाहन चलने की कल्पना करना कठिन है। किसी भी व्यस्त चौराहे या प्रमुख स्थान पर ट्रैफिक लाइट सिग्नल आम हैं।

लाल, पीली और हरी ट्रैफिक लाइट दुनिया भर में सार्वभौमिक हैं। हालाँकि सिग्नल और नियम के प्रकार एक देश से दूसरे देश में भिन्न होते हैं।

ट्रैफिक सिग्नल रुल्स: ट्रैफिक लाइट के रंग और उनके अर्थ

ट्रैफिक सिग्नल और कुछ नहीं बल्कि एक उपकरण है जो सड़क पर चलने वाले को ट्रैफिक लाइट के माध्यम से निर्देश देता है। ट्रेफिक सिग्नल नियमों का पालन करने से यातायात का सुचारू रूप से संचालन होता है और दुर्घटनाओं का खतरा कम होता है।

ट्रैफ़िक लाइटें आमतौर पर चौराहों या व्यस्त सड़कों पर होती हैं, और ये ट्रैफ़िक पुलिस के काम को आसान बनाती हैं। क्योंकि ये अधिक ट्रैफ़िक को नियंत्रित करने में सहायता करती हैं। ट्रैफिक लाइट के बिना यातायात संभालना मुश्किल होता है और दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है।

ट्रैफिक लाइटों को समझना आसान है क्योंकि ये एक सार्वभौमिक कलर कोड का पालन करती हैं। ट्रैफिक सिग्नल पर तीन कलर प्रदर्शित होते हैं: लाल, पीला और हरा। नीचे बुनियादी ट्रैफिक लाइट नियम दिए गए हैं।

  • रेड कलर वाहन चालकों को रुकने का संकेत देता है।
  • येल्लो कलर वाहनों को लाल/हरी बत्ती से पहले धीमा होने का संकेत देता है।
  • अंत में हरी बत्ती वाहन चालकों को आगे बढ़ने का संकेत देती है।

निम्नलिखित अनुभागों में, हम विभिन्न ट्रैफिक लाइटों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

1. येल्लो ट्रैफिक लाइट का क्या मतलब है?

पीली ट्रैफिक लाइट का मतलब है कि लाल बत्ती प्रदर्शित होने वाली है। यह हरी और लाल बत्तियों के बीच संक्रमण प्रकाश के रूप में भी कार्य करती है। यह वाहन चालकों को लाल बत्ती जलने पर गाड़ी धीमी करने और पूरी तरह रुकने का संकेत देती है।

कभी भी पीली रोशनी को नजरअंदाज न करें और वाहन की गति तेज करने का प्रयास न करें, क्योंकि इससे दुर्घटना हो सकती है क्योंकि अन्य वाहन चौराहे पर प्रवेश कर रहे होंगे। पीली ट्रैफिक लाइट में अलग प्रकार के सिग्नल होते हैं, जिनका उल्लेख नीचे किया गया है।

  • येल्लो एरो: जब आप पीले तीर की रोशनी देखते हैं, तो आपको लाल बत्ती का अनुमान लगाने के लिए वाहन को धीमा कर देना चाहिए। आप दाएं या बाएं मोड़ वाले चौराहों पर पीली तीर वाली लाइटें देख सकते हैं। स्टैंडर्ड येल्लो लाइट सिग्नल के समान, आपको धीमी गति से चलना चाहिए और लाल बत्ती आने पर वाहन को रोकने के लिए तैयार रहना चाहिए।
  • चमकती पीली रोशनी: यदि आपने अपना वाहन देर रात को चलाया है जब यातायात कम है, तो आपने ट्रैफिक सिग्नल पर चमकती पीली रोशनी देखी होगी। यह सड़क पर चलने वाले को किसी चौराहे को पार करने से पहले धीमी गति से चलने का संकेत देती है। जब चमकती पीली लाइटें जल रही हों तो आपको अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए और किसी चौराहे को पार करने से पहले ट्रेफिक पर नजर रखनी चाहिए।

2. रेड ट्रैफिक लाइट का क्या मतलब है?

रेड ट्रैफिक लाइट मोटर चालकों को रुकने का संकेत देती है। आमतौर पर लाल रंग खतरे या चेतावनी का संकेत है, और आप लाल बत्ती को बहुत आसानी से देख सकते हैं। इसलिए किसी चौराहे पर वाहन चालकों को वाहन रोकने का संकेत देने के लिए लाल बत्ती का उपयोग किया जाता है।

ट्रैफिक सिग्नल पर लाल बत्ती को कभी भी नजरअंदाज न करें, क्योंकि इससे आने वाले ट्रैफिक से टकराव हो सकता है। इसीलिए लाल बत्ती पार करना एक गंभीर यातायात अपराध है। लाल ट्रैफिक लाइट में भी विभिन्न प्रकार के सिग्नल होते हैं। नीचे अधिक विवरण हैं.

  • रेड एरो: लाल तीर यह इंगित करता है कि आपको हरी बत्ती दिखाई देने तक वाहन को रोकना होगा। जब लाल तीर जलती है तो किसी चौराहे पर दाएं या बाएं मुड़ने की अनुमति नहीं है।
  • चमकती लाल बत्ती: चमकती लाल बत्ती इंगित करती है कि आपको वाहन रोकना चाहिए, देखना चाहिए कि कोई आने वाला वाहन है या नहीं और फिर आगे बढ़ना चाहिए। आप उस दौरान चौराहों पर चमकती लाल ट्रैफिक लाइटें देख सकते हैं, जब ट्रैफिक काफी कम या बिल्कुल नहीं होता है। चौराहों के अलावा आप रेलवे क्रॉसिंग पर भी चमकती लाल बत्ती का संकेत देख सकते हैं जहां आपको रुकना है, देखना है कि कोई ट्रेन आ रही है या नहीं और फिर आगे बढ़ें।

3. ग्रीन ट्रैफिक लाइट का क्या मतलब है?

ग्रीन ट्रैफिक लाइट का मतलब है कि मोटर चालक आगे बढ़ सकते हैं। ट्रैफिक सिग्नल पर हरी बत्ती वाहन चालकों के चेहरे पर मुस्कान ला देती है, खासकर यदि आप काम पर जा रहे हों या ऑफिस में बीजी दिन के बाद घर लौट रहे हों।

लेकिन हरी बत्ती देखते ही चौराहे पर आंख मूंदकर गाड़ी न चलाएं। जांचें कि क्या कोई वाहन आ रहा है और फिर आगे बढ़ें। पीली और लाल बत्तियों की तरह हरे रंग की ट्रैफिक लाइट के भी अलग-अलग सिग्नल होते हैं। नीचे विवरण हैं.

  • ग्रीन एरो: हरे तीर की रोशनी का अर्थ “जाओ”। आप दाएं या बाएं मोड़ वाले चौराहे पर हरे तीर की रोशनी देख सकते हैं। जब आप हरा तीर देखते हैं, तो आप किसी चौराहे पर बाएँ या दाएँ मुड़ने के लिए स्वतंत्र होते हैं।

यातायात के चिन्ह चित्र (Traffic Signs Symbol Photo)

किसी भी चालक के लिए यातायात संकेतों का ज्ञान आवश्यक है क्योंकि ये कुछ ऐसे कार्य करते हैं जो सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। अनिवार्य यातायात संकेतों की सूची जिनका पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है।

ये संकेत बताते हैं कि व्यक्ति को क्या करना चाहिए, न कि क्या करना चाहिए। सड़क चिन्ह आमतौर पर लाल बॉर्डर के साथ गोल आकार के होते हैं। उनमें से कुछ नीले रंग के हैं।

‘स्टॉप’ और ‘गिव वे’ आकार में क्रमशः अष्टकोणीय और त्रिकोणीय हैं। इन संकेतों का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना और सजा का प्रावधान है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इनके उल्लंघन से बड़ी दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं।

traffic signs

  • स्टॉप: यह सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख रोड साइन में से एक है। यह संकेत बताता है कि ड्राइवर को तुरंत रुकना चाहिए। आमतौर पर पुलिस, यातायात और टोल अधिकारी चेक पोस्ट पर इस चिन्ह का उपयोग करते हैं।
  • गिव वे: इस चिन्ह का उपयोग चौराहे पर किया जाता है जहां एक विशिष्ट लेन अनुशासन का पालन किया जाना होता है। यह चिह्न आपके दाहिनी ओर के ट्रैफ़िक को रास्ता देने के लिए जरूरी होता है।
  • नो एंट्री: किसी क्षेत्र या सड़क के कुछ हिस्सों को यातायात के लिए नो एंट्री क्षेत्र के रूप में सीमांकित किया जाता है। यह किसी प्रतिबंधित क्षेत्र या यातायात रहित क्षेत्र में प्रवेश के लिए होता है। इसलिए वाहन चालक को इसका पालन करना चाहिए और अपना रूट डायवर्ट करना चाहिए।
  • वन वे: यह इंगित करता है कि सभी वाहनों को केवल एक दिशा में अनुमति है। इस चिन्ह से आगे का रास्ता यातायात के प्रवेश को प्रतिबंधित करता है।
  • हॉर्न प्रोहिबिटड: आधुनिक समाज में अत्यधिक और अनावश्यक हॉर्न बजाना अनियंत्रित व्यवहार माना जाता है। हालाँकि ऐसे साइलेंस ज़ोन हैं जहाँ हार्न बजाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है जैसे कि अस्पतालों, स्कूलों आदि के पास। यह संकेत ड्राइवर को साइलेंस ज़ोन का सम्मान करने और हॉर्न का उपयोग न करने का निर्देश देता है।
  • स्पीड लिमिट: इस प्रकार का यातायात चिह्न सड़क पर यातायात की स्पीड को निर्दिष्ट करता है, जैसा कि चिह्न में निर्दिष्ट है। सड़क पर पेनल्टी और दुर्घटनाओं से बचने के लिए इस लिमिट का पालन किया जाना चाहिए।
  • Vehicles Prohibited in Both Directions:  इस सिग्नल से पता चलता है कि आगे का क्षेत्र दोनों तरफ से अवरुद्ध है।
  • Right Turn Prohibited:  यह संकेत ड्राइवर को दाहिनी ओर न मुड़ने का निर्देश देता है।
  • Left Turn Prohibited:  संकेत चालक को बायीं ओर नहीं मुड़ने का निर्देश देता है।
  • U-Turn Prohibited: यह संकेत ड्राइवर को यू-टर्न करने से रोकता है।
  • Overtaking Prohibited: यह चिन्ह बताता है कि ओवरटेकिंग की अनुमति नहीं है

सड़क सुरक्षा चिन्ह चित्र (Road Safety Sign Symbol Photo)

road safety signs

  • RIGHT HAND CURVE- इस प्रकार का यातायात संकेत आपको आगे की सड़क पर दाएँ हाथ के मोड़ के बारे में सावधान करता है। यह आपको वाहन को तदनुसार चलाने में मदद करता है और अचानक मोड़ आने के कारण दुर्घटना की संभावना को कम करता है।
  • LEFT HAND CURVE:  यह यातायात चिन्ह आपको आगे की सड़क पर बाएँ हाथ के मोड़ के बारे में सावधान करता है। इससे आपको वाहन को उसके अनुरूप चलाने में भी मदद मिलती है। आपको अपनी गति धीमी करने और वक्र पर अपनी नजरें टिकाने का समय मिलता है। इससे अचानक मोड़ आने से दुर्घटना की आशंका भी कम हो जाती है।
  • राइट हेयर पिन बैंड: हेयर पिन बेंड विशेष रूप से पहाड़ी सड़कों पर तीखे मोड़ होते हैं। यह चिन्ह आपको आगे सड़क पर तेजी से दाहिनी ओर मुड़ने के बारे में सावधान करता है। यह मोड़ को प्रबंधित करने के लिए गति को कम करने का समय देता है और चालक की निगाहें भी मोड़ पर रखता है। इस चिन्ह के न होने से बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं क्योंकि पहाड़ी सड़कों पर अचानक से आने वाले मोड़ आसानी से नजर नहीं आते।
  • लेफ्ट हेयर पिन बैंड: इस प्रकार का यातायात संकेत आपको आगे सड़क पर तीव्र बाएँ मोड़ के बारे में सावधान करता है। इन्हें मूलतः पहाड़ी सड़कों पर खड़ा किया जाता है। यह मोड़ को प्रबंधित करने के लिए गति को कम करने का समय देता है और चालक की निगाहें भी मोड़ पर रखता है।
  • राइट रिवर्स बैंड: यह ड्राइवर को दाहिनी ओर टेढ़े-मेढ़े मोड़ के बारे में सावधान करता है। इस चिन्ह को देखते ही चालक को गति कम कर देनी चाहिए और सावधानी से वाहन चलाना चाहिए।
  • लेफ्ट रिवर्स बैंड: यह ड्राइवर को बायीं ओर टेढ़े-मेढ़े मोड़ के बारे में सावधान करता है। इस चिन्ह को देखते ही चालक को गति कम कर देनी चाहिए और सावधानी से वाहन चलाना चाहिए।
  • खड़ी चढ़ाई (Steep Ascent): यह सड़क चिन्ह बताता है कि आगे खड़ी चढ़ाई है और चालक को चढ़ने के लिए तैयार हो जाना चाहिए और वाहन को छोटे गियर में डालना चाहिए। अधिकतर ये संकेत पहाड़ी सड़कों पर पाए जाते हैं जहां खड़ी चढ़ाई और उतराई यात्रा का सामान्य हिस्सा है।
  • तीव्र ढलान (Steep Descent): यह सड़क चिन्ह दर्शाता है कि आगे तीव्र ढलान है और चालक को वाहन को संबंधित गियर में डालकर उतरने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। उतरते समय तेजी से उतरने की कोशिश नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे वाहन पर पकड़ ढीली हो जाती है।
  • नैरो रोड अहेड: जब सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है और सड़क एक संकरी सड़क में विलीन हो जाती है, तो संभावना है कि तेज रफ्तार वाहन आने वाले वाहन से टकरा सकता है। यह चिन्ह चालक को सावधान रहने के लिए सचेत करता है क्योंकि आगे सड़क संकरी है।
  • ROAD WIDENS AHEAD: इस प्रकार का यातायात चिन्ह दर्शाता है कि आगे की सड़क चौड़ी है। इस चिन्ह के बाद सड़क की चौड़ाई बढ़ जाती है।
  • नैरो ब्रिज: कभी-कभी सड़क एक ऐसे पुल में परिवर्तित हो जाती है जिसकी चौड़ाई सड़क से कम होती है। यह चिन्ह ऐसे पुलों के पहले लगाया जाता है जो सड़क से संकरे होते हैं।
  • फिसलन भरी सड़क (SLIPPERY ROAD): यह चिन्ह आगे की सड़क की फिसलन भरी स्थिति को दर्शाता है। यह स्थिति पानी के रिसाव या तेल रिसाव आदि के कारण हो सकती है।
  • LOOSE GRAVEL: यह यातायात चिन्ह आमतौर पर पहाड़ी सड़कों पर लगाया जाता है जहां सड़क पर ढीली मिट्टी या बजरी गिरती रहती है। इस चिन्ह के बाद वाहन चालक को धीरे और सावधानी से गाड़ी चलानी चाहिए क्योंकि यहां थोड़ी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
  • साइकिल क्रॉसिंग: यह सड़क चिन्ह इंगित करता है कि मुख्य सड़क को एक साइकिल पथ काटता है। चालक को इस चौराहे को सावधानी से पार करना चाहिए। क्योंकि साइकिल चालक प्रमुख सड़क सुरक्षा को पार करता है।
  • PEDESTRIAN CROSSING: पैदल यात्री यातायात का राजा है। यह संकेत चालक को सचेत करता है कि या तो वाहन धीमा करें या रोकें और पैदल यात्री को सड़क पार करने दें। सड़क के हिस्से को सफेद पट्टियों में भी सीमांकित किया जाता है जिसे ज़ेबरा क्रॉसिंग के रूप में जाना जाता है। जेब्रा क्रॉसिंग पर सड़क पर पहला अधिकार पैदल यात्री का होता है।

ट्रेफिक रुल्स का उल्लंघन करने पर पेनल्टी

जिम्मेदार नागरिक होने के नाते आपको सड़क नियमों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और उनका ईमानदारी से पालन करना चाहिए। अपडेटद मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम, 2019 के तहत निर्धारित विभिन्न दंडों पर ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है।

यह हमारे लिए एक निवारक के रूप में कार्य करेगा और अन्य ड्राइवरों को ट्रेफिक रुल्स का पालन करने की आवश्यकता के बारे में शिक्षित करेगा। तो आइए जानते हैं, ट्रेफिक रुल्स का उल्लंघन करने पर क्या पेनल्टी है?

  • नशे में धुत्त होकर गाड़ी चलाना- यदि ब्रेथलाइज़र टेस्ट अधिक मात्रा (>30 मिलीग्राम) दिखाता है, तो पहले अपराध के लिए ₹10,000 और/या 6 महीने की जेल और बाद की घटना के लिए ₹15,000 और/या 2 साल की सजा हो सकती है।
  • वैध लाइसेंस के बिना गाड़ी चलाना- ₹5,000 का जुर्माना या सामुदायिक सेवा
  • वैध मोटर बीमा के बिना गाड़ी चलाना- पहले अपराध के लिए ₹2,000 और/या 3 महीने की जेल की अवधि और दूसरे अपराध के लिए ₹4000 और/या 3 महीने की जेल।
  • ड्राइविंग के दौरान सीट बेल्ट न पहनने पर- ₹1,000 या सामुदायिक सेवा
  • हेलमेट नहीं पहनने पर- ₹1,000 और/या 3 महीने के लिए लाइसेंस अयोग्यता और इसके अतिरिक्त सामुदायिक सेवा
  • सार्वजनिक सड़कों पर रेसिंग करना- ₹5,000 और/या 3 महीने की जेल और अतिरिक्त सामुदायिक सेवा। इसके अलावा भविष्य में अपराध के लिए ₹10,000 और/या 1 साल की जेल।
  • ओवरस्पीडिंग- LMVs के लिए: ₹1000-₹2000 और HPVs के लिए: ₹2000-₹4000 का जुर्माना। इसके अतिरिक्त लाइसेंस को कैन्सल या जब्त किया जा सकता है।
  • गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग- ₹500-₹1000 का जुर्माना।
  • रेड सिग्नल जंप करना- पहले अपराध के लिए ₹1,000-₹5,000 और/या 6 महीने से 1 साल की जेल की सजा। भविष्य में अपराध के लिए ₹10,000 और/या 2 साल तक की जेल। लाइसेंस जब्त कर लिया जाएगा और उसे अयोग्य या रद्द किया जा सकता है।

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तो ये था भारत में यातायात के महत्वपूर्ण नियम, हम उम्मीद करते है की इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको भारत के सभी ट्रैफिक रुल्स के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी।

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The Federal Travel Regulation summarizes the travel and relocation policy for all federal civilian employees and others authorized to travel at the government’s expense. Federal employees and agencies may use the FTR as a reference to ensure official travel and relocation is conducted in a responsible and cost effective manner.

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Traveler reimbursement is based on the location of the work activities and not the accommodations, unless lodging is not available at the work activity, then the agency may authorize the rate where lodging is obtained.

Unless otherwise specified, the per diem locality is defined as "all locations within, or entirely surrounded by, the corporate limits of the key city, including independent entities located within those boundaries."

Per diem localities with county definitions shall include "all locations within, or entirely surrounded by, the corporate limits of the key city as well as the boundaries of the listed counties, including independent entities located within the boundaries of the key city and the listed counties (unless otherwise listed separately)."

When a military installation or Government - related facility(whether or not specifically named) is located partially within more than one city or county boundary, the applicable per diem rate for the entire installation or facility is the higher of the rates which apply to the cities and / or counties, even though part(s) of such activities may be located outside the defined per diem locality.

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  1. DSR

    DSR - Travel Regulations (Revised Edition 2014).pdf - Free ebook download as PDF File (.pdf), Text File (.txt) or read book online for free. This document outlines travel regulations for India's defence services. It covers rules for permanent duty moves, temporary duty moves, leave travel concessions, and travel entitlements for interviews, medical exams, selection, retirement and death.

  2. CGDA

    3.11 Travel Regulation 2014 (English) 3.12 Travel Regulation 2014 (Hindi) Designed, Developed & Maintained By : Controller General of Defence Accounts , Ulan Batar Road, New Delhi - 110010 Best View : 1024*768 pixels.

  3. PDF CGDA

    CGDA

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    This is to ensure that the benefits out of official travel, which is funded by the Government, should accrue to the Government. (d) In case of non-availability of seats in entitled class, service pers may travel in the class below their entitled class. (B) International Travel Entitlement by Air - (Rule 245 of Travel Regulations, 2014 Edn).

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  6. PDF www.cgda.nic.in

    www.cgda.nic.in

  7. Google Translate

    Google's service, offered free of charge, instantly translates words, phrases, and web pages between English and over 100 other languages.

  8. Indian Army Info: October 2014

    Various Defence Services Regulations (DSR) and Usefull Reference 1. Regulation for Army - Vol-I, Revised Edition 1987 - link1 - http://cdaguwahati.gov.in/docs/dsr1.pdf

  9. मुख पृष्ठ

    Website Content Managed by सामग्री प्रबंधन ढांचा (सीएमएफ), भारत सरकार Designed, Developed and Hosted by National Informatics Centre ( NIC ) Last Update : 21-06-2024सामग्री प्रबंधन ढांचा (सीएमएफ), भारत सरकार Designed

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